रोहित शर्मा ने अचानक क्यों टेस्ट से लिया संन्यास, सहवाग ने इसके पीछे की वजह बताई, बोले- सेलेक्टर्स ने उनको...

sehwag on Rohit retirement: भारत के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने रोहित शर्मा के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर अपनी बेबाक राय दी। सहवाग ने रोहित के फैसले को समझदारी भरा और सही समय पर लिया गया बताया। सहवाग का मानना है कि रोहित ने ये फैसला खुद से नहीं, बल्कि सेलेक्टर्स की तरफ से संकेत मिलने के बाद लिया।
क्रिकबज पर बात करते हुए सहवाग ने कहा,'संभव है कि जब चयनकर्ताओं ने भविष्य की प्लानिंग बताई होगी, तब रोहित को यह एहसास हुआ होगा कि अब उन्हें कप्तान नहीं बनाया जाएगा या टीम में शामिल भी नहीं किया जाएगा।' उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में, रोहित ने खुद रिटायरमेंट लेकर सम्मानजनक तरीका चुना। ये एक परिपक्व सोच का संकेत है।
टीम में जगह की नहीं थी गारंटी?
सहवाग ने इशारा किया कि इंग्लैंड दौरे के लिए रोहित को शायद कप्तान के तौर पर नहीं चुना जाना था। सेलेक्टर्स ने जब उन्हें ये जानकारी दी, तो रोहित ने उससे पहले ही खुद को अलग कर लिया। सहवाग ने कहा कि टीम का ऐलान होने से पहले ही जब रोहित ने रिटायरमेंट का ऐलान किया, तो ये दिखाता है कि बातचीत हुई और एक पारदर्शिता थी।
100 टेस्ट खेलने का था सपना
सहवाग ने ये भी कहा कि रोहित इतने बड़े खिलाड़ी थे कि वो आसानी से 100 टेस्ट मैच तक खेल सकते थे। सहवाग ने आगे कहा, 'ऐसे खिलाड़ी को कौन मिस नहीं करेगा? टेस्ट हो, वनडे हो या टी20–रोहित ने हमेशा फैंस को एंटरटेन किया। उन्होंने बेहतरीन रिकॉर्ड बनाए। हां, थोड़ा दुख है कि वो 100 टेस्ट नहीं खेल पाए, लेकिन जो भी खेला, शानदार रहा।'
हर फॉर्मेट में रोहित का जलवा
सहवाग ने रोहित के तीनों फॉर्मेट में योगदान की तारीफ की और कहा कि उन्होंने क्रिकेट को आनंददायक बना दिया। उनका मानना है कि रोहित जैसे खिलाड़ी क्रिकेट को देखने का मजा बढ़ा देते हैं। रोहित शर्मा का टेस्ट से संन्यास भले ही फैंस के लिए चौंकाने वाला रहा हो, लेकिन सहवाग की बातों से साफ है कि यह एक सोचा-समझा कदम था। सम्मानजनक तरीके से संन्यास लेकर रोहित ने फिर साबित कर दिया कि वो सिर्फ बड़े खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि बड़े सोच वाले इंसान भी हैं।
