virat anushka: विराट कोहली टेस्ट से संन्यास लेने के बाद अनुष्का संग पहुंचे वृंदावन, प्रेमानंद महाराज का लिया आशीर्वाद

विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट से संन्यास से अगले दिन पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लेने पहुंचे।
virat anushka visited premanand maharaj: विराट कोहली ने सोमवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर फैंस को चौंका दिया था। इसके ठीक एक दिन बाद मंगलवार को कोहली अपनी एक्ट्रेस पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन पहुँचे, जहाँ उन्होंने आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लिया।
कोहली और अनुष्का लंबे समय से स्वामी प्रेमानंद महाराज के अनुयायी माने जाते हैं और अक्सर वृंदावन धाम में देखे जाते रहे हैं। इस बार जब विराट ने टेस्ट क्रिकेट से अलविदा कहा, तो उन्होंने अध्यात्म का रुख करते हुए अपने नए जीवन अध्याय की शुरुआत गुरु आशीर्वाद के साथ की।
VIRAT KOHLI AND ANUSHKA SHARMA MEET PREMANAND JI MAHARAJ. ⭐pic.twitter.com/gN4WCw5Grj
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) May 13, 2025
कोहली का प्रेमानंद महाराज के आश्रम जाने का वीडियो वायरल हो रहा। वीडियो में अनुष्का और विराट सफ़ेद कपड़े और चेहरे पर मास्क पहने टैक्सी में बैठे हुए नज़र आ रहे। यह पहली बार नहीं है जब यह जोड़ा आध्यात्मिक गुरु से मिलने गया हो। वे उनके सत्संग में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं और अक्सर अपने बच्चों वामिका और अकाय के साथ वहाँ देखे जाते हैं।
Virat Kohli and Anushka Sharma in Vrindavan. ⭐pic.twitter.com/eYM5AdQFuU
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) May 13, 2025
14 साल का सुनहरा टेस्ट करियर
36 साल के विराट कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 30 शतक और 31 अर्धशतक निकले। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर रहा 254* रन। वह भारत की ओर से टेस्ट में चौथे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जिनसे आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर हैं।
कोहली ने जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जो ज्यादा खास नहीं रहा। पहली 5 पारियों में वह सिर्फ 76 रन ही बना सके थे। लेकिन 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में बनाए गए 116 रनों ने उन्हें एक गंभीर टेस्ट बल्लेबाज़ के रूप में पहचान दिलाई।
2016 से 2019 के बीच का समय उनके करियर का सबसे सुनहरा दौर रहा, जब उन्होंने 43 टेस्ट में 4,208 रन बनाए, औसत 66.79 रहा। इस दौर में उन्होंने सात दोहरे शतक भी ठोके —एक टेस्ट कप्तान के तौर पर सबसे ज़्यादा।
2020 के बाद गिरी रफ्तार
साल 2020 के बाद विराट के प्रदर्शन में गिरावट आई। उन्होंने 39 टेस्ट में केवल 2,028 रन बनाए, औसत 30.72 रहा। लेकिन 2023 में उन्होंने शानदार वापसी की और आठ टेस्ट में 55.91 की औसत से 671 रन बनाए, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।
अब टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहकर कोहली अपने जीवन के अगले अध्याय की ओर बढ़ चुके हैं, और वृंदावन में उनका दर्शन करना इसी ओर एक इशारा है- एक शांत, संतुलित और जीवन की ओर कदम।