Veda Krishnamurthy: टीम इंडिया से 5 साल से थीं बाहर, अब लिया प्रोफेशनल क्रिकेट से संन्यास

Veda Krishnamurthy retires: भारतीय क्रिकेटर वेदा कृष्णमूर्ति ने संन्यास का ऐलान किया।
Veda Krishnamurthy retirement: भारत की स्टार महिला क्रिकेटर वेदा कृष्णमूर्ति ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपने संन्यास की जानकारी दी। वेदा पिछली बार भारत के लिए 2020 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान में उतरीं थीं। इसके बाद से ही वो भारतीय महिला क्रिकेट टीम से बाहर थीं।
वेदा कृष्णमूर्ति ने भारत के लिए 48 वनडे और 76 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले। 2017 महिला वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के फाइनल तक पहुंचने में वेदा की अहम भूमिका रही थी। उस टूर्नामेंट में उन्होंने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सिर्फ 45 गेंदों में 70 रनों की विस्फोटक पारी खेली थी, जिससे भारत सेमीफाइनल में पहुंच सका था।
वेदा कृष्णमूर्ति का संन्यास
वेदा का वनडे डेब्यू 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ डर्बी में हुआ था, जहां उन्होंने अर्धशतक जड़ा था। अपने करियर में उन्होंने कुल 829 वनडे रन बनाए, जिसमें 8 अर्धशतक शामिल हैं। टी20 में उन्होंने 875 रन बनाए हैं, जिसमें 2 अर्धशतक भी शामिल हैं।
वेदा ने घरेलू क्रिकेट में भी अपनी छाप छोड़ी है। उन्होंने कर्नाटक और रेलवे टीम की कप्तानी की और 2021-22 और 2022-23 में कर्नाटक को लगातार दो बार सीनियर वुमन्स वनडे ट्रॉफी में रनर-अप बनाया। 2023 के फाइनल में कर्नाटक को रेलवे के खिलाफ सिर्फ छह रनों से हार का सामना करना पड़ा।
From a small-town girl with big dreams to wearing the India jersey with pride.
— Veda Krishnamurthy (@vedakmurthy08) July 25, 2025
Grateful for everything cricket gave me the lessons, the people, the memories.
It’s time to say goodbye to playing, but not to the game.
Always for India. Always for the team. 🇮🇳 pic.twitter.com/okRdjYuW2R
2024 में वेदा ने विमेंस प्रीमियर लीग (WPL) में गुजरात जायंट्स की ओर से खेला, जो उनकी आखिरी पेशेवर उपस्थिति रही। इससे पहले वह पहले सीजन में अनसोल्ड रह गई थीं। वे 2017 में ऑस्ट्रेलिया की WBBL लीग में खेलने वाली चुनिंदा भारतीय महिला खिलाड़ियों में शामिल हुई थीं, जहां उन्होंने होबार्ट हरिकेन्स की ओर से 9 मैच खेले थे।
संन्यास की घोषणा करते हुए वेदा ने लिखा, 'क्रिकेट ने मुझे करियर से बढ़कर बहुत कुछ दिया। इसने मुझे सिखाया कि कैसे लड़ना है, कैसे गिरना है और कैसे हर बार उठकर फिर से खेलना है। अब वक्त है खेल को लौटाने का।'
अब वेदा का लक्ष्य अपने अनुभव के सहारे क्रिकेट की अगली पीढ़ी को तैयार करने का है। उन्होंने कहा है कि उनकी दूसरा इनिंग भी उतना ही अहम होगी।
