ipl 205: '500 मिस्ड कॉल थे, मैंने 4 दिन फोन स्वीच ऑफ रखा...' वैभव को किसने किया था परेशान, द्रविड़ को बताई पूरी कहानी

vaibhav suryavanshi rahul dravid
X
वैभव सूर्यवंशी का आईपीएल का डेब्यू सीजन शानदार रहा। आखिरी मैच के बाद राहुल द्रविड़ ने उनका इंटरव्यू किया। 
Vaibhav Suryavanshi rahul dravid interview: 14 साल के वैभव सूर्यवंशी के लिए डेब्यू आईपीएल सीजन शानदार रहा। वो टी20 में सबसे कम युवा शतकवीर बने। इस सीजन में वैभव ने 7 मैच में 252 रन ठोके। सीजन के आखिरी मैच में अर्धशतक ठोकने वाले वैभव का राहुल द्रविड़ ने इंटरव्यू लिया, जिसमें इस युवा बैटर ने अपने दिल की बात साझा की।

Vaibhav Suryavanshi rahul dravid interview: 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ राजस्थान रॉयल्स के लिए पारी की शुरुआत करते हुए एक और शानदार पारी खेली। उन्होंने सिर्फ 33 गेंदों में 57 रन बनाकर अपनी टीम की 188 रन के लक्ष्य की ओर तेज़ शुरुआत दिलाई।

IPL 2025 सीज़न का ये मुकाबला वैभव के लिए खास था, लेकिन जो पल सबसे दिल जीतने वाला रहा, वो था मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी के पैर छूना। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया और फैंस ने इस युवा खिलाड़ी की विनम्रता की जमकर तारीफ की। इस सीज़न में वैभव ने कुल 7 पारियों में 252 रन बनाए, जिसमें एक तूफानी शतक और एक अर्धशतक शामिल है। गुजरात टाइटंस के खिलाफ सिर्फ 35 गेंदों में लगाए गए उनके शतक को IPL इतिहास के दूसरे सबसे तेज़ शतक के रूप में गिना गया।

मैच के बाद राजस्थान रॉयल्स के चीफ कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें IPL की आधिकारिक वेबसाइट के लिए इंटरव्यू किया। द्रविड़ ने मुस्कराते हुए पूछा कि शतक के बाद कितने कॉल और मैसेज आए? वैभव ने सिर पर हाथ रखते हुए जवाब दिया, '500 से ज़्यादा मिस्ड कॉल आए थे लेकिन मैंने फोन बंद कर दिया था।

बहुत लोगों से मिलना पसंद नहीं: वैभव

जब वैभव से पूछा गया कि मैदान के बाहर कैसी चुनौतियां रहीं, तो उन्होंने कहा, 'बहुत लोग शतक के बाद मिलने आ गए थे लेकिन मुझे ज्यादा भीड़ पसंद नहीं। सिर्फ मेरा परिवार और कुछ दोस्त ही काफी हैं। मैं बहुत लोगों से मिलना पसंद नहीं करता हूं।'

'टीम की जरूरत के हिसाब से खेलने पर फोकस'

द्रविड़ ने जब वैभव से ये पूछा कि उन्होंने इस सीजन से क्या सीखा तो इस युवा बैटर ने बड़ा सधा हुआ जवाब दिया, 'फोकस बनाए रखना। टीम की ज़रूरत के हिसाब से खेलना चाहिए, न कि सिर्फ अपनी नैचुरल गेम पर। ज्यादा कुछ एक्स्ट्रा करने की कोशिश मत करो, अपनी ताकत पर टिके रहो।'

मैच के बाद कप्तान संजू सैमसन ने भी वैभव की समझदारी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मिडिल ओवर्स में जिस तरह से वैभव ने अपने शॉट्स चुने, वह शानदार था। यह एक परफेक्ट कॉम्बिनेशन है- टैलेंट और मैच की समझ।

वैभव सूर्यवंशी का यह सीज़न सिर्फ रन बनाने का नहीं, बल्कि मैच्योरिटी और मैदान के बाहर संतुलन साधने की भी कहानी रहा। महज़ 14 साल में ऐसी समझ और नम्रता उन्हें आने वाले सालों में भारतीय क्रिकेट का चमकता सितारा बना सकती है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story