wtc final: टेम्बा बावुमा ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत के साथ बतौर कप्तान 100 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा, पोंटिंग-विराट छूटे पीछे

temba bavuma captaincy record: टेम्बा बावुमा ने wtc final जीतने पर 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
Temba Bavuma captaincy record: दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा ने क्रिकेट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में हराकर न सिर्फ देश को पहला ICC टेस्ट खिताब दिलाया, बल्कि खुद को दुनिया के सबसे सफल शुरुआती टेस्ट कप्तान के तौर पर भी स्थापित कर दिया।
बावुमा ने अपने पहले 10 टेस्ट में से 9 में जीत और 1 में ड्रॉ दर्ज किया। यानी अब तक एक भी टेस्ट नहीं हारे हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के पर्सी चैपमैन के नाम था, जिन्होंने 1926 में कप्तानी संभालते हुए शुरुआती 10 मैचों में 9 जीत, 1 हार का रिकॉर्ड बनाया था।
बावुमा ने भारत और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों को पीछे छोड़ा
बावुमा ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग को भी पीछे छोड़ दिया है। पोंटिंग के बतौर कप्तान शुरुआती 10 टेस्ट में 8 जीत, 1 ड्रॉ और 1 हार थी। भारत की ओर से विराट कोहली ने अपने पहले 10 टेस्ट में 6 जीते थे जबकि महेंद्र सिंह धोनी ने 5 जीत और 5 ड्रॉ के साथ शुरुआत की थी, लेकिन बावुमा का प्रदर्शन सबसे ऊपर है।
No Test captain in almost 100 years had won nine of their first ten matches, until Temba Bavuma.
— Wisden (@WisdenCricket) June 14, 2025
He now holds the world record for the best start as skipper, with no defeats so far 💥 pic.twitter.com/eF0aPUiWoc
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बावुमा ने खुद दर्द में खेलते हुए चौथी पारी में अहम 66 रन जोड़े थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 282 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने एडन मार्करम (136 रन) के साथ टीम को 5 विकेट से जीत दिलाई।
Temba Bavuma's start to Test captaincy is now the best *ever*.
— Rahul (@exceedingxpuns) June 14, 2025
First 10 matches, W-D-L:
🇿🇦 T Bavuma (2023-25): 9-1-0
🏴 P Chapman (1926-30): 9-0-1
🇦🇺 W Armstrong (1920-21): 8-2-0
🏴 J Douglas (1911-14): 8-1-1
🇦🇺 L Hassett (1949-51): 8-1-1
🇦🇺 R Ponting (2004-05): 8-1-1 pic.twitter.com/0EmLgcAO1K
बावुमा की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के लिए मानसिक बाधाओं को तोड़ने वाली एक ऐतिहासिक उपलब्धि बन गई। लंबे समय से ICC टूर्नामेंट में हार का सामना कर रही इस टीम को अब एक ऐसा कप्तान मिल गया है, जो न सिर्फ मैदान पर बल्कि मनोबल में भी टीम को मजबूत बना रहा और 27 साल के सूखे को भी खत्म किया। इससे पहले, साउथ अफ्रीका ने 1998 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था।
