ind vs eng: 'अगर मैं कप्तान होता तो ऋषभ पंत को कहता...' सचिन तेंदुलकर ने नए उप-कप्तान को दी बड़ी सलाह

sachin tendulkar on rishabh pant
ind vs eng: भारत और इंग्लैंड के बीच शुक्रवार से शुरू हो रही टेस्ट सीरीज़ सिर्फ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की नई शुरुआत नहीं है, बल्कि टीम इंडिया के लिए नए दौर की भी शुरुआत है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों के रिटायरमेंट के बाद अब ये एक नई और युवा टीम है, जिसे पहली बार शुभमन गिल की अगुवाई में मैदान में उतरना है। इस टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत उप-कप्तान होंगे, जो इस बार डबल रोल में नजर आएंगे-मिडिल ऑर्डर में जिम्मेदारी और टीम को गाइड करने का प्रेशर।
पंत बल्लेबाज़ी में हमेशा से अपने बेखौफ अंदाज़ के लिए जाने जाते रहे हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनके गैर-जिम्मेदार शॉट्स को लेकर उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा था। अब उनके खेल में जिम्मेदारी की मांग उठ रही है, और इस बारे में क्रिकेट लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने बड़ी बात कही है।
तेंदुलकर ने कहा कि पंत को अपने नैचुरल गेम पर भरोसा रखना चाहिए, लेकिन साथ ही समय और परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढालने की जरूरत है। तेंदुलकर ने कहा, 'उसे अपने इंस्टिंक्ट्स पर भरोसा करना चाहिए, लेकिन अगर टीम को बचाने की स्थिति है, तो उसे कुछ वक्त के लिए अपने अटैकिंग शॉट्स पर कंट्रोल करना होगा।'
उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि हर वक्त आक्रामक खेल ही टीम के हित में हो। ऐसे मौके भी आएंगे जब उसे 45 मिनट या 2 घंटे तक रक्षात्मक रहना होगा। वो पॉजिटिव रह सकता है, लेकिन शॉट सिलेक्शन बेहद अहम होगा।
तेंदुलकर ने यह भी बताया, 'अगर वे टीम इंडिया के कप्तान होते, तो पंत को 10 में से 9 बार उसकी मर्जी से खेलने देते। अगर मैच बचाना है, तो बात अलग है, लेकिन बाकी समय मैं उसे फ्री हैंड देता कि वो जैसा खेलना चाहता है, खेले-बशर्ते वो टीम के हित में हो।'
शुभमन गिल की कप्तानी में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया की ये नई टेस्ट यात्रा कैसी रहेगी और पंत अपनी आक्रामकता और जिम्मेदारी के बीच संतुलन कैसे साधते हैं।