WTC Final: 113 साल बाद न्यूट्रल वेन्यू पर ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका की टक्कर, कौन बनेगा टेस्ट का सिकंदर?

wtc final preview: विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच बुधवार से खेला जाएगा।
SA vs AUS WTC Final: क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स स्टेडियम में पहली बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का फाइनल खेला जाएगा, और डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया की टक्कर साउथ अफ्रीका से होगी। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच न्यूट्रल वेन्यू पर 3 टेस्ट खेले गए हैं और तीनों ही मुकाबले 1912 में खेले गए थे। इसमें से मैनचेस्टर और लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने जीते थे जबकि नॉटिंघम में खेला गया तीसरा मैच ड्रॉ रहा था। यानी पूरे 113 साल बाद न्यूट्रल वेन्यू पर दोनों टीमें टेस्ट में आमने-सामने होंगी।
ऑस्ट्रेलिया डिफेंडिंग चैंपियन है। उसने पिछली बार भारत को हराकर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीता था और इस बार भी कंगारू टीम खिताब जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही। दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका का इरादा इतिहास बदलने का है, क्योंकि उनके नाम अब तक सिर्फ 1998 का आईसीसी नॉकआउट खिताब है। हालांकि इस बार उनका सफर आसान कहा जा रहा है। टीम ने पिछले 7 में से सभी टेस्ट जीते हैं।
लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड भी अच्छा है। ऑस्ट्रेलिय़ा ने यहां खेले 40 में से 18 टेस्ट जीते हैं जबकि 7 में उसे हार का मुंह देखना पड़ा और 15 मैच ड्रॉ रहे। वहीं, साउथ अफ्रीका ने यहां 18 टेस्ट खेले हैं। इसमें से 6 जीते, 8 हारे और 4 मुकाबले ड्रॉ कराए हैं। यानी लॉर्ड्स में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड अच्छा है।
ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग अटैक भी काफी मजबूत है। पैट कमिंस, स्टार्क, हेजलवुड और नाथन लियोन टेस्ट इतिहास में एक साथ खेलने वाले पहले चार खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 250-250 विकेट लिए हैं। लेकिन रबाडा ने अकेले ही इन चारों से बेहतर औसत और स्ट्राइक रेट के साथ 327 विकेट लिए हैं। यानी साउथ अफ्रीका के पास भी जरूरी फायर पावर है।
ऑस्ट्रेलिया के पास फाइनल खेलने का अनुभव है जबकि साउथ अफ्रीका पहली बार फाइनल में पहुंचा है और वैसे भी अफ्रीकी टीम अक्सर दबाव में बिखर जाती है। ऐसे में इस बार उसके पास चोकर्स का टैग हटाने का अच्छा मौका है।
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में कई दिलचस्प बदलाव किए गए हैं। मार्नस लाबुशेन ओपनिंग करेंगे और कैमरन ग्रीन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे। ग्रीन गेंदबाज़ी नहीं करेंगे, इसलिए ब्यू वेबस्टर को शामिल किया गया है। जोश हेजलवुड को स्कॉट बोलैंड की जगह मौका दिया गया है, हालांकि वे हाल के दोनों टेस्ट में चोट के कारण पूरे नहीं खेल पाए थे।
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग-11: उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, कैमरन ग्रीन, स्टीव स्मिथ, ट्रैविस हेड, ब्यू वेबस्टर, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिशेल स्टार्क, नाथन लायन, जॉश हेजलवुड
साउथ अफ्रीका की टीम में ज्यादा बदलाव नहीं हैं। लुंगी एनगिडी को डेन पैटरसन पर तरजीह दी गई है, जबकि टोनी डी ज़ोरज़ी को मौका नहीं मिला। बल्लेबाजी क्रम वही है जो पाकिस्तान के खिलाफ था।
साउथ अफ्रीका की प्लेइंग-11: एडेन मार्करम, रयान रिकेल्टन, वियान मुल्डर, टेम्बा बावुमा (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, डेविड बेडिंघम, काइल वेरेन, मार्को जेनसन, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी
रबाडा और लाबुशेन पर रहेगी नजर
रबाडा पिछले कुछ समय से विवादों में रहे हैं लेकिन लॉर्ड्स पर उनकी पुरानी फॉर्म को देखते हुए वे मैच विनर साबित हो सकते हैं। इंग्लैंड के खिलाफ इसी मैदान पर उन्होंने कहर बरपाया था। वहीं लाबुशेन पर भी काफी दबाव है। वे पहली बार टेस्ट में ओपनिंग करेंगे और उनके हालिया प्रदर्शन से चयनकर्ता संतुष्ट नहीं दिखते। लेकिन उनके अनुभव पर टीम ने भरोसा जताया है।
पिच और मौसम कैसा रहेगा?
लॉर्ड्स की पिच सूखी बताई जा रही है, जिससे स्पिनरों को मदद मिल सकती है। हालांकि मौसम गर्म रहने की संभावना है, लेकिन कुछ समय के लिए तूफान की आशंका भी जताई जा रही है।