India's Next Test Captain: रोहित के बाद कौन? क्यों जसप्रीत बुमराह अगले टेस्ट कप्तान बनने के हकदार? ऑस्ट्रेलिया से सीखे भारत

jasprit bumrah: जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट कप्तानी नहीं संभालने पर चुप्पी तोड़ी है।
India's Next Test Captain: भारतीय टेस्ट टीम के सामने अब एक बड़ी चुनौती है – नया कप्तान चुनने की। रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद टीम इंडिया को अगले महीने इंग्लैंड दौरे पर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में नए लीडर के साथ उतरना है। यह सीरीज 20 जून से लीड्स में शुरू होगी और इसी के साथ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 का आगाज़ भी होगा।
38 साल के रोहित ने इंस्टाग्राम पर अपने संन्यास का ऐलान किया था। उनके जाने के बाद अब कप्तानी की दौड़ में दो नाम सबसे आगे हैं – जसप्रीत बुमराह और शुभमन गिल।
बुमराह कप्तानी के बड़े दावेदार
बुमराह ने पिछले कुछ वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए कमाल का प्रदर्शन किया है। वह 2024 में ICC टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी रह चुके हैं और पूरे WTC साइकिल में भारत के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज रहे। उन्होंने 45 टेस्ट खेले हैं और कई अहम जीतों में बड़ी भूमिका निभाई है।
हालांकि, उनकी फिटनेस एक चिंता का विषय है। उन्हें लेकर शंका है कि क्या वह लगातार सभी टेस्ट खेल पाएंगे? लेकिन कई विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी वर्कलोड मैनेजमेंट के ज़रिए इस चिंता को दूर किया जा सकता है, जैसे ऑस्ट्रेलिया अपने कप्तान पैट कमिंस के साथ करता है।
गिल को भविष्य के लिए किया जा सकता तैयार
शुभमन गिल ने अब तक 32 टेस्ट खेले हैं और 1893 रन बनाए हैं। उनके नाम 5 शतक और 7 अर्धशतक हैं। वह सीमित ओवर में भारत के उपकप्तान हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका अनुभव सीमित है और कप्तानी का कोई सीधा अनुभव नहीं है। ऐसे में, क्रिकेट पंडितों का मानना है कि गिल को बुमराह के अंडर तैयार किया जाए, ताकि आने वाले समय में वह एक परिपक्व कप्तान बन सकें।
क्या होगा सेलेक्टर्स का फैसला?
बीसीसीआई और सेलेक्टर्स के बीच इस मुद्दे पर बातचीत जारी है। अगर बुमराह को कप्तान बनाया जाता है, तो जरूरत पड़ने पर वह एक-दो टेस्ट आराम कर सकते हैं, और ऐसे समय में केएल राहुल जैसे अनुभवी खिलाड़ी कप्तानी की जिम्मेदारी उठा सकते हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम, जिसके कप्तान पैट कमिंस तेज गेंदबाज हैं, वो भी इसी रणनीति से चलते हैं और अहम टूर्नामेंट के लिए कमिंस को फ्रेश रखने के लिए बीच-बीच में दूसरे खिलाड़ी को जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
भारत को अगले दो सालों में सिर्फ एक आईसीसी टूर्नामेंट (टी20 वर्ल्ड कप 2026) खेलना है। ऐसे में बुमराह को सीमित ओवर क्रिकेट में आराम देकर पूरी तरह टेस्ट क्रिकेट पर फोकस कराया जा सकता है। कुल मिलाकर, टीम इंडिया के सामने एक बड़ा मोड़ है। क्या सेलेक्टर्स अनुभव को तरजीह देंगे या भविष्य को?