Rishabh Pant: बैसाखियों पर आया हौसला, चोटिल ऋषभ पंत की जिद- जरूरत पड़ी तो खेलूंगा

ऋषभ पंत बैसाखियों के सहारे मैनचेस्टर टेस्ट के आखिरी दिन स्टेडियम पहुंचे।
Rishabh Pant arrived on crutches: इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में जब हालात भारत के खिलाफ जाते दिखे, तब एक चेहरा हर किसी के दिल को छू गया, वो थे ऋषभ पंत। पैर में फ्रैक्चर, डॉक्टर की सख्त हिदायत लेकिन फिर भी टीम के लिए तैयार खड़े थे पंत। पहली पारी में बल्लेबाजी के बाद दूसरी के लिए भी पंत तैयार हैं। उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो आखिरी दिन बैसाखी के सहारे ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में पहुंचे।
इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन क्रिस वोक्स की गेंद पंत के दाएं पैर पर लगी थी। जांच के बाद पता चला कि उनके पैर में फ्रैक्चर हो गया है। बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने साफ कहा कि वो अब विकेटकीपिंग नहीं कर सकते और कम से कम 6 हफ्ते तक उन्हें आराम करना चाहिए। लेकिन पंत सिर्फ नाम के लिए नहीं, जज्बे के लिए भी जाने जाते हैं।
पंत बैसाखी के सहारे स्टेडियम पहुंचे
शनिवार को भारत के बैटिंग कोच सितांशु कोटक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि, ऋषभ पंत जरूरत पड़ी तो आखिरी दिन बल्लेबाजी के लिए आएंगे। ये बयान चौथे दिन के खेल के बाद आया था और इसमें जज्बे की झलक थी।
फैंस पंत की जमकर तारीफ कर रहे
रविवार की सुबह जब पंत ओल्ड ट्रैफर्ड पहुंचे तो नजारा भावुक कर देने वाला था। वह बैसाखियों के सहारे ड्रेसिंग रूम की ओर बढ़ रहे थे, चेहरे पर हल्की पीड़ा लेकिन आंखों में एक ही जिद कि टीम के लिए कुछ भी करूंगा। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर छा गई और फैंस दिल खोलकर इस लड़ाके की तारीफ कर रहे।
फैंस ने पंत की इस भावना को सलाम किया। कई यूजर्स ने लिखा, 'इस खिलाड़ी को देखो, जो दर्द में भी टीम के साथ खड़ा है।'
भारत की दूसरी पारी में शुभमन गिल और केएल राहुल ने कमाल की बल्लेबाज़ी करते हुए उम्मीदें जगाईं लेकिन उनके आउट होते ही हालात फिर नाजुक हो गए। ऐसे में पंत की मौजूदगी, भले ही घायल होकर हो, टीम के लिए बड़ी ताकत साबित हो सकती। पंत मैदान पर आएंगे या नहीं, ये भले मैच की जरूरत तय करेगी, लेकिन उनका जज्बा पहले ही उन्हें हीरो बना चुका।
