IND-A vs SA-A Test: ऋषभ पंत का धूम धड़ाका, पुछल्लों का पावर पंच; इंडिया-ए ने साउथ अफ्रीका-ए को 3 विकेट से हराया

ऋषभ पंत की अगुआई वाली इंडिया-ए ने साउथ अफ्रीका-ए को 3 विकेट से हराया।
IND-A vs SA-A Test: कप्तान ऋषभ पंत की शानदार 90 रनों की पारी के दम पर इंडिया-ए ने बेंगलुरु में खेले गए 4 दिवसीय मैच में साउथ अफ्रीका-ए को 3 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही इंडिया-ए ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। रनचेज के दौरान पंत का पुछल्ले बल्लेबाजों ने पूरा साथ दिया। सीरीज़ का दूसरा मुकाबला अगले गुरुवार को बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस मैदान पर खेला जाएगा।
इंडिया-ए ने दिन की शुरुआत 119/4 के स्कोर से की थी और जीत के लिए 275 रनों का लक्ष्य सामने था। शुरुआती झटकों के बाद ऋषभ पंत (90 रन, 113 गेंद) और आयुष बदोनी (34 रन, 47 गेंद) ने मिलकर 63 रन की साझेदारी की और पारी को संभाला।
A fantastic chase 👏
— BCCI Domestic (@BCCIdomestic) November 2, 2025
India A chase down 275 runs and clinch victory in the 1⃣st multi-day match against South Africa A 👍#INDAvSAA pic.twitter.com/3c0tPT2aCe
इंडिया-ए ने साउथ अफ्रीका-ए को हराया
दिन की शुरुआत में ही पंत ने दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज ओकुले सेले को निशाने पर लेते हुए छक्का और लगातार दो चौके जड़े। पहले ही ओवर में 14 रन आए, जिसने मैच का रुख बदल दिया। इसके बाद दोनों बल्लेबाजों ने तेज़ी से रन बनाए लेकिन पंत 80 पर जीवनदान मिलने के बाद तियान वान वूरेन की गेंद पर लेसेगो सेनोक्वाने को कैच थमा बैठे।
पंत ने वापसी पर 90 रन की पारी खेली
पंत के आउट होने के बाद इंडिया-ए के निचले क्रम ने जिम्मेदारी उठाई। तनुष कोटियन ने 23 रनों की उपयोगी पारी खेली जबकि अंशुल कंबोज (37 नाबाद) और मानव सुथार (20 नाबाद) ने मिलकर जीत पक्की की।
कंबोज ने वान वूरेन की तेज़ बाउंसर पर हेलमेट पर चोट खाने के बाद भी दो बेहतरीन पुल शॉट्स लगाते हुए एक छक्का और एक चौका जड़ा। इसके बाद सुथार को भी एक बाउंसर लगी लेकिन दोनों बल्लेबाजों ने हार नहीं मानी और टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।
जब कोटियन आउट हुए, तब इंडिया-ए को जीत के लिए अभी 60 रन और चाहिए थे। लेकिन कंबोज और सुथार की संयमित साझेदारी ने आखिरी झटका नहीं लगने दिया। जीत का क्षण तब आया जब सुथार ने प्रेनेलन सुब्रायन की गेंद को मिडविकेट के ऊपर से चौके के लिए भेज दिया।
इस मैच में ऋषभ पंत की बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग (139.3 ओवर तक) चयनकर्ताओं के लिए भी उम्मीद की नई किरण बन गई क्योंकि सीनियर टीम के लिए दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज़ का चयन जल्द होना है।
