BCCI President: राजीव शुक्ला बने अंतरिम अध्यक्ष, रोजर बिन्नी का इस्तीफा; 2022 में संभाली थी जिम्मेदारी

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राजीव शुक्ला बीसीसीआई के अंतरिम अध्यक्ष बने। 

BCCI President: रोजर बिन्नी ने BCCI अध्यक्ष का पद छोड़ दिया है। राजीव शुक्ला को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है।

BCCI President: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर रोजर बिन्नी ने बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजीव शुक्ला को बोर्ड का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले, शुक्ला बीसीसीआई के उपाध्यक्ष थे। वो चुनाव होने तक बोर्ड अध्यक्ष बने रहेंगे। बीसीसीआई का चुनाव सितंबर महीने में हो सकता है। 2015 में राजीव शुक्ला सर्वसम्मति से आईपीएल चेयरमैन बने थे। इसके बाद 2020 में वो बीसीसीआई उपाध्यक्ष चुने गए थे।

हाल ही में बीसीसीआई से जुड़े सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया था कि मौजूदा अध्यक्ष रोजर बिन्नी जुलाई में 70 साल के हो जाएंगे। बीसीसीआई के संविधान के मुताबिक, किसी भी पदाधिकारी को 70 साल की उम्र के बाद अपना पद छोड़ना होता है। बिन्नी 2022 में बोर्ड अध्यक्ष बने थे। उन्होंने सौरव गांगुली के स्थान पर ये जिम्मेदारी संभाली थी। वो पिछले महीने ही 70 साल के हुए हैं।

राजीव शुक्ला कार्यवाहक अध्यक्ष बने

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को बीसीसीआई की अपेक्स काउंसिल की मीटिंग में राजीव शुक्ला ने कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला। रिपोर्ट में बताया गया है कि मीटिंग का मुख्य एजेंडा इस महीने की शुरुआत में ड्रीम11 के बाहर होने के बाद टीम इंडिया के नए स्पॉन्सर पर बात करना था। हालांकि, 9 सितंबर से शुरू होने वाले एशिया कप के साथ, आयोजन से पहले एक नया स्पॉन्सर हासिल करना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

नया स्पॉन्सर ढूंढना बीसीसीआई के लिए चुनौती

रिपोर्ट में बीसीसीआई के अधिकारी के हवाले से कहा गया है, 'हमारे पास दो हफ़्ते भी नहीं बचे हैं। हम कोशिश कर रहे हैं, लेकिन नया टेंडर जारी करने, क़ानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने और तकनीकी पहलुओं से निपटने में समय लगेगा। जहां तक सिर्फ़ एशिया कप के लिए अल्पकालिक प्रायोजक की बात है, हम उस रास्ते पर नहीं जा रहे। हमारा ध्यान अगले ढाई साल, यानी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले 2027 वनडे विश्व कप के लिए प्रायोजक हासिल करने पर है।'

पुराने संविधान के तहत होंगे बीसीसीआई के चुनाव

इस महीने की शुरुआत में संसद में नया नेशनल स्पोर्ट्स गर्वेंनेस एक्ट पारित हो गया था फिर भी बीसीसीआई को सितंबर में अपनी एजीएम और चुनाव मौजूदा नियमों के तहत ही कराने होंगे, क्योंकि नए विधेयक को आधिकारिक रूप से लागू होने में 4-5 महीने लगेंगे।

बीसीसीआई वर्तमान में लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तैयार किए गए संविधान के तहत काम करता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर बीसीसीआई या किसी राज्य संघ के चुनाव होने हैं, तो वे मौजूदा नियमों के तहत ही होंगे।

लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुसार, पदाधिकारी की आयु 70 वर्ष तक सीमित है लेकिन नए अधिनियम के अनुसार, 70-75 वर्ष की आयु के लोग भी चुनाव लड़ सकते हैं, बशर्ते उनके अंतर्राष्ट्रीय शासी निकाय के उपनियम और क़ानून इसकी अनुमति दें। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अब पदाधिकारियों को कुल 9 वर्ष या लगातार 6 वर्ष पूरे होने पर पद छोड़ना होगा।

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