ऑनलाइन गेमिंग बिल का असर: BCCI की कमाई घटेगी, रोहित-विराट को अकेले 20 करोड़ का नुकसान!

ऑनलाइन गेमिंग बिल का क्रिकेटरों पर असर पड़ेगा।
Online gaming ban impact: हाल ही में रियल मनी गेमिंग पर रोक लगाने का बिल पास हुआ है। सरकार का फैसला सिर्फ फैंटेसी गेमिंग इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि क्रिकेट की दुनिया के लिए भी बड़े आर्थिक झटके जैसा है। क्योंकि बीते कुछ सालों में ड्रीम-11, विंजो और माय11सर्किल जैसी कंपनियां क्रिकेट के कारोबार में घुस गईं थीं। ये सारी कंपनियां क्रिकेट की कमाई और स्पॉन्सरशिप का बड़ा हिस्सा बन गईं थीं। अब इनके हटने से खिलाड़ियों और लीग की कमाई पर असर पड़ेगा।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार के इस फैसले से भारतीय क्रिकेटरों की सालाना ब्रांड वैल्यू और कमाई में 150 से 200 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता। विराट कोहली, जो अपने एमपीएल कॉन्ट्रैक्ट से हर साल 10 करोड़ कमाते थे, अब इस कमाई से हाथ धो बैठेंगे। रोहित शर्मा और एमएस धोनी को ड्रीम-11 और विंजो से करीब 6-7 करोड़ रुपये सालाना मिलते थे। वहीं कई युवा खिलाड़ियों, जिन्हें इस तरह की डील से 1 करोड़ रुपये तक मिलते थे, उनकी पूरी एंडोर्समेंट इनकम खत्म हो जाएगी।
सिराज-सुंदर की एक तिहाई कमाई पर असर
रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ खिलाड़ियों के लिए तो यह उनकी पूरी ब्रांड इनकम को खत्म कर देने जैसा होगा क्योंकि उनके पास यही कंपनियां इकलौतीं स्पॉन्सर थीं। मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ियों की एक-तिहाई कमाई पर सीधा असर पड़ेगा।
आईपीएल और दूसरी लीग पर भी असर
आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट, जिनके पास अलग-अलग बड़े स्पॉन्सर मौजूद हैं, वे शायद आसानी से इस कमी को पूरा कर लें। लेकिन छोटे टूर्नामेंट और लीग, जो ज्यादातर गेमिंग कंपनियों के पैसों पर चलती थीं, उनके लिए यह अस्तित्व का सवाल बन सकता है। माय11 सर्किल से ही आईपीएल को हर साल करीब 125 करोड़ रुपये मिलते थे, अब यह कमी जरूर खलेगी।
यूरोपियन क्रिकेट नेटवर्क ने भी इस हफ्ते अपनी गतिविधियां रोक दीं क्योंकि वह भारतीय गेमिंग कंपनियों पर आर्थिक रूप से निर्भर था। यानी यह असर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि ग्लोबल क्रिकेट के पूरे इकोसिस्टम तक फैल चुका है।
विज्ञापन बाजार पर बड़ा असर
ऑनलाइन गेमिंग की एड वर्ल्ड में करीब 8 फीसदी की हिस्सेदारी है। विशेषज्ञों के अनुसार, सालाना यह मार्केट 8 से 10 हजार करोड़ रुपये का है। डिजिटल विज्ञापन में इनकी हिस्सेदारी 20 फीसदी तक थी। अब इस बैन से विज्ञापन कंपनियों की भी कमाई गिरेगी।
खिलाड़ियों की ब्रांड वैल्यू और कमाई करीब 25 फीसदी तक घट सकती है। हालांकि रोहित, विराट और धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी दूसरे ब्रांड एंडोर्समेंट से कमाई करते रहेंगे लेकिन रियल मनी गेमिंग से होने वाली कमाई का बड़ा हिस्सा तो खत्म हो गया।
