ipl 2025: युवाओं को वनडे क्रिकेट के अनुकूल ढलने में हो रही है दिक्कत? विराट कोहली बोले- बाउंड्री मारने की सोच...

virat kohli on t20 cricket
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विराट कोहली ने ODI क्रिकेट को सबसे संतुलित और चुनौतीपूर्ण फॉर्मेट बताया। उन्होंने कहा कि इस फॉर्मेट में सफलता के लिए पावर, धैर्य, फिटनेस और स्मार्टनेस की जरूरत होती है। कोहली ने युवाओं को सीखने की सलाह दी कि T20 आदतों से बाहर निकलकर कैसे 50 ओवर में टिकना है।

टीम इंडिया और RCB के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली ने एक बार फिर से वनडे क्रिकेट (ODI) की अहमियत को लेकर दिल की बात कही है। RCB पॉडकास्ट के लेटेस्ट एपिसोड में विराट ने कहा कि ODI फॉर्मेट में टिकने के लिए सिर्फ हिटिंग नहीं, बल्कि पूरी तैयारी, रणनीति और सब्र चाहिए।

कोहली ने कहा, 'ODI वो फॉर्मेट है जहां आपको हर पहलू का इस्तेमाल करना पड़ता है- पावर, धैर्य, स्टैमिना और टैक्टिक्स। यह धीमा नहीं चलता, लेकिन T20 जैसा तेज भी नहीं होता। यहां आपको 50 ओवर तक वही इंटेंसिटी बनाए रखनी होती है।'

T20 आदत से परेशान युवा खिलाड़ी
विराट ने कहा कि आज की पीढ़ी T20 के इतने ज्यादा आदी हो चुकी है कि जब बॉल बैट पर न आए, तो उनके पास दूसरा प्लान नहीं होता। कोहली ने कहा, 'आज के खिलाड़ी फ्लैट पिचों और बाउंड्री मारने की सोच में उलझे हैं। लेकिन जब ऐसा नहीं हो, तब क्या करेंगे? ODI यही सिखाता है कि कैसे अलग-अलग हालात में खुद को ढालना है।'

विराट ने मिडिल ओवर्स (11-40) को मैच का सबसे अहम हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि शुरुआत और डेथ ओवर्स पर सबकी नजर होती है, लेकिन असली टेस्ट बीच के ओवर्स में होता है- वहीं से मैच बनता या बिगड़ता है। उन्होंने कहा कि सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करना और एक-आध बाउंड्री निकालते रहना ही कुंजी है। साथ ही फील्डिंग में जो खिलाड़ी 30 यार्ड सर्कल के अंदर रन रोकते हैं, वही असली दबाव बनाते हैं।

फिटनेस और तैयारी ही जीत दिलाती है
कोहली ने बताया कि 100 ओवर की फील्डिंग और बैटिंग के लिए सिर्फ टैलेंट नहीं, बल्कि फिटनेस और तैयारी चाहिए। हर बॉल पर एक जैसी इंटेंसिटी चाहिए। यह मैदान में नहीं आता, यह आपकी डाइट, ट्रेनिंग और नींद से आता है।

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