Rohit sharma retirement: इंग्लैंड जाते-जाते कैसे अचानक रोहित शर्मा ने टेस्ट से संन्यास ले लिया, हिटमैन को ऐसा क्यों करना पड़ा

Rohit sharma retirement: टीम इंडिया के सीनियर बल्लेबाज़ और कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने इंस्टाग्राम पर भावुक पोस्ट के ज़रिए फैंस का शुक्रिया अदा करते हुए इस फैसले की जानकारी दी। रोहित का ये फैसला उस वक्त आया है, जब वो आईपीएल 2025 में हिस्सा ले रहे और अगले महीने उनके इंग्लैंड दौरे पर जाने की बातें चल रहीं थीं। फिर ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने अचानक टेस्ट से संन्यास ले लिया। क्यों हिटमैन को ये फैसला लेना पड़ा। आइए जानते हैं।
रोहित शर्मा को 2022 में टेस्ट में फुलटाइम कप्तान बनाया गया था। तब से लेकर हालिया ऑस्ट्रेलिया दौरे तक वो रेड बॉल क्रिकेट में भारत के कप्तान रहे। उनकी कप्तानी में भारत ने 24 टेस्ट खेले और इसमें से 12 टेस्ट जीते, 9 में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा और 3 टेस्ट ड्रॉ रहे। यानी बतौर कप्तान उनका विनिंग पर्सेंटेज 50 फीसदी रहा, जिसे अच्छा नहीं तो खराब भी नहीं माना जाएगा।
घर में न्यूजीलैंड से क्लीन स्वीप से रोहित निशाने पर आए
रोहित की टेस्ट से संन्यास लेने के फैसले की नींव शायद तब पड़ गई थी, तब भारत अपने घर में न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप हुआ। 2023-25 WTC Final में पहुंचने के लिए भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज जीतनी जरूरी थी, लेकिन भारतीय टीम उस सीरीज के तीनों टेस्ट हार गई।
इसके बाद भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी 5 टेस्ट की सीरीज 1-3 से गंवानी पड़ी। इस सीरीज में रोहित का बल्ला खामोश रहा। वो पहला टेस्ट पिता बनने की वजह से नहीं खेले और इसके बाद फॉर्म इतना खराब रहा कि आखिरी टेस्ट में रोहित ने कप्तान होने के बावजूद खुद को ड्रॉप कर दिया। तब भी उनके संन्यास की अटकलें लगी थीं, लेकिन फिर उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत के दौरान ये साफ कर दिया था कि वो फिलहाल संन्यास लेने नहीं जा रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरा खत्म हुआ और अगला इम्तिहान चैंपियंस ट्रॉफी थी। भारत ने 2013 के बाद इस पर कब्जा जमाया। फिर आईपीएल की शुरुआत हुई और बीच में ही रोहित ने संन्यास का फैसला ले लिया।
रोहित ने बतौर टेस्ट कप्तान 24 टेस्ट की 42 पारियों में 1254 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 30 का रहा। 131 रन की पारी उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी रही। इस दौरान उन्होंने 4 शतक और इतने ही अर्धशतक जमाए। हालांकि, 2024 की शुरुआत के बाद से रोहित का बतौर बैटर रेड बॉल क्रिकेट में फॉर्म काफी खराब रहा था। उन्होंने इस दौरान 14 टेस्ट की 26 पारी में 24 की मामूली औसत से 619 रन बनाए। इसमें 2 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में रोहित ने 3 मैचों की 6 पारी में 15 की औसत से 91 रन बनाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट की पांच पारियों में हिटमैन 6 की औसत से 31 रन ही जोड़ पाए थे। वह अपने खराब फॉर्म की वजह से सेलेक्टर्स की नजर में आ गए थे। उनकी उम्र भी 38 साल हो गई थी। यही कारण था कि इंग्लैंड दौरे से पहले सेलेक्टर्स ने उन्हें संदेश दे दिया था कि उन्हें कप्तान नहीं बनाया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी बातें सामने आ रही थी कि सेलेक्टर्स और बीसीसीआई इंग्लैंड दौरे पर किसी नए कप्तान के साथ जाने का फैसला कर चुके हैं। हालांकि, इसके पीछे रोहित की उम्र से ज्यादा बड़ी वजह उनका हालिया फॉर्म था।
ऐसे में अगर रोहित बतौर खिलाड़ी भी इंग्लैंड का दौरा करते और उनका प्रदर्शन फीका रहता तो तो बतौर बल्लेबाज को प्लेइंग-11 से फिर से ड्रॉप करना पड़ता। लेकिन अगर बतौर कप्तान उन्हें टीम से बाहर किया जाता तो सही संदेश नहीं जाता। इन्हीं सब वजहों से शायद रोहित ने संन्यास का फैसला कर लिया।
(प्रियंका)
