महिला वर्ल्ड कप क्वालिफायर: इसे कहते हैं जिगरा! स्ट्रेचर पर कप्तान मैदान से बाहर गईं, वापस लौटकर ठोका शतक लेकिन...

महिला वर्ल्ड कप क्वालिफायर: लाहौर में चल रहे महिला वर्ल्ड कप क्वालिफायर के पहले दिन वेस्टइंडीज की कप्तान हेली मैथ्यूज ने ऐसा प्रदर्शन किया जो शायद ही क्रिकेट के मैदान पर रोज देखा जाता है। गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाने के बावजूद मैथ्यूज की टीम को हार का सामना करना पड़ा। स्कॉटलैंड ने यह मुकाबला 11 रन से जीतकर बड़ा झटका दिया।
मैच की पहली पारी में मैथ्यूज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 56 रन देकर 4 विकेट झटके। स्कॉटलैंड की टीम पहले 34 ओवर में 182 रन पर मजबूत दिख रही थी, लेकिन इसके बाद उनका बैटिंग लाइनअप ढह गया और पूरी टीम 44 ओवर में 245 रन पर सिमट गई। यह स्कॉटलैंड का तीसरा सबसे बड़ा वनडे स्कोर और किसी फुल मेंबर टीम के खिलाफ उनका सबसे बड़ा स्कोर रहा।
जवाब में वेस्टइंडीज की शुरुआत खराब रही और ओपनर किआना जोसेफ जल्दी आउट हो गईं। लेकिन मैथ्यूज और ज़ायडा जेम्स ने मिलकर 113 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाला। मैच फिर स्कॉटलैंड के पक्ष में झुका था, जब उन्होंने तेज़ी से विकेट झटके और वेस्टइंडीज 203 पर 9 विकेट गंवा चुकी थी।
मैथ्यूज इस दौरान 95 और 99 के स्कोर पर दो बार रिटायर्ड हर्ट हुईं, और एक बार उन्हें स्ट्रेचर से मैदान से बाहर ले जाया गया। लेकिन जज़्बा ऐसा कि वो वापस आईं और 101 गेंदों में अपना 9वां शतक पूरा किया। उन्होंने 114* रन की नाबाद पारी खेली और एलेन के साथ 30 रन की साझेदारी कर टीम को जीत की ओर ले जाने की कोशिश की। लेकिन 47वें ओवर में एलेन आउट हो गईं और वेस्टइंडीज को हार झेलनी पड़ी।
मैथ्यूज वनडे इतिहास में शतक और चार विकेट लेने वाली चौथी महिला खिलाड़ी बनीं। साथ ही ये कारनामा करने वाली पहली महिला कप्तान भी बनीं। 27 साल की उम्र में उन्होंने सबसे कम पारियों (88) में 9 शतक पूरे करने वाली दूसरी सबसे तेज़ खिलाड़ी का रिकॉर्ड भी बना डाला। इस हार के बावजूद, हेली मैथ्यूज का प्रदर्शन महिला क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।