RCB के कारण महिला विश्व कप संकट में: चिन्नास्वामी स्टेडियम से छिन सकते मैच, भारत का पहला मैच यहीं

एम चिन्नास्वामी स्टेडियम से महिला विश्व कप मैच की मेजबानी छिन सकती।
महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 के कुछ अहम मुकाबले अब खतरे में हैं क्योंकि बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम को मैच होस्ट करने के लिए पुलिस की मंजूरी अभी तक नहीं मिल पाई है। कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) 10 अगस्त की बीसीसीआई डेडलाइन मिस कर चुका और अब आयोजकों की नजर केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित ग्रीनफील्ड्स स्टेडियम पर है, जिसे बैकअप के तौर पर रखा गया है।
फिलहाल बेंगलुरु में 30 सितंबर को भारत-श्रीलंका का टूर्नामेंट ओपनर, 3 अक्टूबर को इंग्लैंड-दक्षिण अफ्रीका, 26 अक्टूबर को भारत-बांग्लादेश, 30 अक्टूबर को दूसरा सेमीफाइनल और अगर पाकिस्तान क्वालीफाई नहीं करता तो 2 नवंबर को फाइनल खेला जाना तय था। लेकिन पुलिस क्लीयरेंस न मिलने से ये सभी मुकाबले अब दूसरी जगह शिफ्ट हो सकते हैं।
क्यों फंसा मामला?
पुलिस कमिश्नर ऑफिस के मुताबिक, सोमवार तक भी KSCA के पास पुलिस की क्लियरेंस नहीं थी। इसी दिन मुंबई में आईसीसी ने टूर्नामेंट का 50 दिन का काउंटडाउन शुरू किया था। केएससीए सीईओ शुभेंदु घोष से इस पर संपर्क किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
बैकअप प्लान तैयार
तिरुवनंतपुरम का ग्रीनफील्ड्स स्टेडियम 21 अगस्त से 7 सितंबर तक केरल क्रिकेट लीग (KCL) के दूसरे सीजन की मेजबानी करने वाला है। लेकिन केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) ने बैकअप प्लान तैयार कर रखा है और जरूरत पड़ने पर लीग को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है। आईसीसी नियमों के अनुसार, किसी भी वर्ल्ड कप वेन्यू को टूर्नामेंट से एक महीने पहले आयोजकों को सौंपना जरूरी होता है, यानी फैसला अगले एक हफ्ते में लेना होगा।
आरसीबी की विक्ट्री परेड में मची थी भगदड़
दरअसल, चिन्नास्वामी स्टेडियम की मुश्किलें जून से शुरू हुईं, जब आरसीबी की आईपीएल 2025 विक्ट्री परेड के दौरान स्टेडियम के पास भगदड़ में 11 लोगों की मौत और 50 से ज्यादा घायल हुए थे। इसके बाद केएससीए के सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। राज्य सरकार की जांच समिति ने भी स्टेडियम को बड़े आयोजनों के लिए असुरक्षित करार देते हुए ऐसे इवेंट्स को दूसरे सुरक्षित वेन्यू पर कराने की सिफारिश की थी।
वर्तमान में केएससीए का टी20 टूर्नामेंट महाराजा ट्रॉफी भी पुलिस मंजूरी न मिलने के कारण चिन्नास्वामी से हटाकर मैसूर में कराया जा रहा, जबकि इसे बिना दर्शकों के कराने का प्रस्ताव भी खारिज कर दिया गया था। अब अंतिम प्रयास के रूप में केएससीए कम क्षमता के साथ वर्ल्ड कप मैच कराने का प्रस्ताव रख सकता है, लेकिन बीसीसीआई इस पर सहमत होगा या नहीं, यह साफ नहीं है।
टीमों की तैयारी पर असर
अगर मैच बेंगलुरु से शिफ्ट होते हैं, तो कई टीमें जो यहां ट्रेनिंग प्लान कर चुकी थीं, उन्हें भी अपने अभ्यास वेन्यू बदलने पड़ेंगे। इसमें अलूर स्थित केएससीए सुविधा भी शामिल है, जहां टीमें टूर्नामेंट से पहले ट्रेनिंग करने वाली थीं।
