जीत, जश्न और छलकते आंसू: ‘मैं बस खड़ी रही… भगवान मेरे लिए लड़े’; जेमिमा की भावनात्मक कहानी; भारत की ऐतिहासिक जीत

जीत का जश्न और छलकते आंसू: जेमिमाह रोड्रिग्स की भावनात्मक कहानी और भारत की ऐतिहासिक जीत
भारत ने डीवाई पाटिल स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया। जेमिमाह रोड्रिग्स ने नाबाद 127 रनों की शानदार पारी खेली और कहा-“मैं हर दिन रोती थी, लेकिन बस बाइबिल का एक पद दोहरा रही थी- बस खड़ी रहो और भगवान तुम्हारे लिए लड़ेंगे।”
भारत का ऐतिहासिक रन चेज
डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारत ने गुरुवार, 30 अक्टूबर को महिला विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। इस जीत की असली नायिका रहीं जेमिमाह रोड्रिग्स, जिन्होंने नाबाद 127 रनों की भावनात्मक पारी खेली।


जेमिमाह बनीं महिला विश्व कप सेमीफाइनल में शतक लगाने वाली दूसरी भारतीय बल्लेबाज। इससे पहले 2017 में हरमनप्रीत कौर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाए थे।
मैच के बाद उन्होंने कहा-
“मैं लगभग हर दिन रोती थी, मानसिक रूप से संघर्ष कर रही थी। सेमी-फाइनल में मैंने बस बाइबिल के एक पद दोहराती रही-‘बस खड़ी रहो और भगवान तुम्हारे लिए लड़ेंगे।’ मैं बस खड़ी रही...और उन्होंने मेरे लिए लड़ाई लड़ी।”
जेमिमाह की यह पारी केवल एक क्रिकेट इनिंग नहीं, बल्कि विश्वास, साहस और एक चमत्कार की कहानी बन गई।
जीत, जश्न और छलकते आंसू
यह क्रिकेट की एक ऐसी ऐतिहासिक जीत थी जिसमें विश्वास के साथ आस्था भी जुड़ी थी। फिर यह कहानी जोश, जश्न और छलकते आंसुओं की कहानी बन गई।
मैदान पर जब आखिरी रन बना, तो भारतीय डगआउट में जश्न फूट पड़ा। हरमनप्रीत ने जेमिमा को गले लगाया। दीप्ति शर्मा खुशी के आंसू पोंछ रही थीं और स्टेडियम “इंडिया-इंडिया” के नारों से गूंज उठा।
जीत-जश्न




छलकते आंसू




जेमिमाह रोड्रिग्स की रिकॉर्ड तोड़ पारी
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के आठ साल के दबदबे को खत्म किया। जेमिमाह महिला वनडे विश्व कप सेमीफाइनल में शतक जड़ने वाली दूसरी भारतीय बन गईं। उन्होंने अपनी कप्तान हरमनप्रीत कौर के साथ यह उपलब्धि साझा की, जिन्होंने 2017 सेमीफाइनल में इसी प्रतिद्वंद्वी (ऑस्ट्रेलिया) के खिलाफ नाबाद 171 रन बनाए थे। उस मैच में भारत ने 42 ओवर में 281/4 बनाकर जीत हासिल की थी, जबकि ऑस्ट्रेलिया 245 रन पर सिमट गई थी।
