Ishan kishan: ईशान किशन दोहरे शतक से चूके, पर सेलेक्टर्स को दे दिया संदेश, क्या दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिलेगा मौका?

ईशान किशन ने रणजी ट्रॉफी में शतक ठोका है।
Ishan kishan ranji trophy: भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ईशान किशन ने रणजी ट्रॉफी के नए सीजन की शुरुआत तूफानी अंदाज में की। तमिलनाडु के खिलाफ कोयंबटूर में खेले जा रहे मैच में झारखंड की कप्तानी कर रहे ईशान ने 173 रनों की शानदार पारी खेलकर सिलेक्टर्स को एक जोरदार संदेश दिया है कि वो वापसी के लिए तैयार हैं।
ईशान जब क्रीज पर आए तो झारखंड की हालत खराब थी। टीम का स्कोर 79/3 था। टीम जल्द ही 157/6 पर सिमटने की कगार पर थी लेकिन कप्तान ने मोर्चा संभाल लिया। उन्होंने एक छोर थामे रखते हुए फर्स्ट क्लास करियर का 9वां शतक जड़ा और टीम को 307/6 के स्कोर तक पहुंचाया। ईशान ने साथी खिलाड़ी साहिल राज के साथ सातवें विकेट के लिए 314 रनों की साझेदारी कर टीम को संकट से बाहर निकाला। हालांकि, वह डबल सेंचुरी से 27 रन दूर रह गए, जब तमिलनाडु के गेंदबाज आरएस अम्बरीश ने उन्हें आउट किया।
क्या साउथ अफ्रीका टेस्ट के लिए खुला दरवाज़ा?
ईशान किशन ने 2023 में वेस्टइंडीज दौरे के दौरान टेस्ट डेब्यू किया था और पहली ही सीरीज में 78 रनों की पारी खेलकर प्रभावित किया था। लेकिन 2024 की शुरुआत में साउथ अफ्रीका दौरे से पहले उन्होंने मेंटल हेल्थ ब्रेक लिया, जिसके बाद से वह टीम से बाहर हैं। ऋषभ पंत की लंबी चोट और फिटनेस ड्रामे के बीच भी ईशान की वापसी नहीं हो पाई।
मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर ने हाल ही में कहा था कि ईशान बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन हमें चाहिए कि वह घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन करें और निरंतर क्रिकेट खेलते रहें। अब कोयंबटूर की यह पारी शायद ठीक वही है जो अगरकर देखना चाहते थे।
पंत-जुरेल की मौजूदगी में ईशान की राह मुश्किल
नवंबर में शुरू होने वाली साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम इंडिया का चयन अगले महीने की शुरुआत में होगा। पंत की वापसी लगभग तय मानी जा रही जबकि ध्रुव जुरेल, जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाया था, मजबूत बैकअप विकल्प बने हुए हैं। ऐसे में ईशान को जगह बनाना आसान नहीं होगा, लेकिन इस पारी ने उनके लिए रास्ता जरूर खोल दिया है।
