पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक: एशिया कप 2025 से हट सकता भारत, पड़ोसी मुल्क को लगेगा 200 करोड़ का झटका!

भारत एशिया कप 2025 से हट सकता है।
India to pull out of Asia कप 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर एक बार फिर क्रिकेट पर पड़ता दिख रहा। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) को ये जानकारी दी है कि वो आगे होने वाले सभी ACC टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेगा, जिसमें एशिया कप जैसे हाई-प्रोफाइल टूर्नामेंट भी शामिल हैं। बता दें कि एशिया कप इसी साल सितंबर में होना है।
बीसीसीआई के इस फैसले के पीछे मुख्य वजह बताई जा रही है कि पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी, जो इस समय पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के चेयरमैन होने के साथ ही एशियन क्रिकेट काउंसिल यानी ACC के अध्यक्ष भी हैं। रिपोर्ट के मुताबिक BCCI के एक सूत्र ने बताया है कि भारतीय टीम ऐसे टूर्नामेंट में नहीं हिस्सा ले सकती, जिसका आयोजन एक पाकिस्तानी मंत्री की अध्यक्षता वाली संस्था कर रही हो।
पाकिस्तान क्रिकेट को लगेगा बड़ा झटका
अगर भारत एशिया कप के बहिष्कार पर अड़ा रहता है, तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को आर्थिक रूप से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। भारत-पाकिस्तान मुकाबलों से PCB को हर साइकिल में करीब 165 से 220 करोड़ की कमाई होती है। एशिया कप 2024–2032 के ब्रॉडकास्ट राइट्स $170 मिलियन में सॉनी पिक्चर्स नेटवर्क को बेचे गए थे, जो भारत की भागीदारी पर ही आधारित थे। अगर भारत हटता है तो यह डील भी रद्द हो सकती है या भारी छूट पर दोबारा तय करनी पड़ सकती है। इस समय ACC के हर फुल मेंबर को ब्रॉडकास्ट कमाई का 15 फीसदी हिस्सा मिलता है, जो अब खतरे में पड़ सकता है।
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से ही जूझ रहा PCB
2025 में पाकिस्तान में आयोजित ICC चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी PCB को करारा झटका लगा था। भारत के पाकिस्तान में खेलने से इंकार के कारण टूर्नामेंट हाईब्रिड मॉडल में खेला गया था। भारत ने अपने सारे मैच यूएई में खेले थे और टूर्नामेंट का फाइनल भी दुबई में हुआ था। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को 700 करोड़ का घाटा हुआ था।
अब हालात इतने खराब हैं कि PCB को पाकिस्तानी करेंसी में 3 से 6 अरब का ओवरड्राफ्ट लेना पड़ा। खिलाड़ियों और अंपायर्स को भुगतान में देरी हो रही। मैच फीस और घरेलू क्रिकेट बजट में कटौती कर दी गई है। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड सार्वजनिक रूप से आर्थिक समस्याओं को नकार रहा और कह रहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी से उन्हें 3 अरब (पाकिस्तानी करेंसी) का मुनाफा हुआ।
डिजिटल और स्पॉन्सरशिप पर असर
अगर भारत ACC इवेंट से हटता है, तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वैश्विक मंच पर कम मौके मिलेंगे, जिससे उनके ब्रांड और स्पॉन्सरशिप वैल्यू पर असर पड़ेगा। भारत की डिजिटल ऑडियंस के कारण PCB की यूट्यूब और ऑनलाइन कमाई पर भी गहरा असर पड़ेगा।
एशियाई क्रिकेट को भी लगेगा झटका
भारत के हटने से सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों को भी बड़ा नुकसान हो सकता है, जो भारतीय मार्केट पर निर्भर हैं। ब्रॉडकास्टर्स और स्पॉन्सर्स की दिलचस्पी भी घट सकती है, जिससे एशिया कप जैसे टूर्नामेंट की साख गिर सकती है।
2023 में भी भारत ने पाकिस्तान जाकर एशिया कप खेलने से इनकार किया था, जिससे टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल में श्रीलंका शिफ्ट करना पड़ा था। लेकिन अब बीसीसीआई का यह पूरी तरह बहिष्कार बड़ी कूटनीतिक और क्रिकेटिंग ऐलान माना जा रहा।