ind vs sa 2nd test: पहली बार ऐसा अपमान! दक्षिण अफ्रीकी टेलएंडर्स ने भारत के छुड़ाए पसीने, गुवाहाटी में शर्मनाक रिकॉर्ड

मार्को यानसेन और सेनुरन मुथुसामी ने 50 प्लस रन बनाए।
ind vs sa 2nd test: दक्षिण अफ्रीका से कोलकाता में पहला टेस्ट गंवाने के बाद गुवाहाटी में भी भारत की हालत खराब है। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने दूसरे दिन 500 के करीब रन बना लिए हैं। दूसरे दिन पहले सेशन में साउथ अफ्रीका का कोई विकेट नहीं गिरा। टीम ने पांच सेशंस में ही 428/7 का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया, और यह टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ी चिंता इसलिए है क्योंकि इस बार उन्हें टेलएंडर्स ने बुरी तरह ध्वस्त कर दिया।
पहली बार ऐसा देखने को मिला कि साउथ अफ्रीका के नंबर सात या उससे नीचे खेले बल्लेबाज़ों ने भारत के खिलाफ एक ही टेस्ट पारी में 50 से ज्यादा रन बनाए।
मुथुसामी ने ठोका शतक
पहले दिन भारतीय गेंदबाज़ों ने अच्छी शुरुआत करते हुए 246 रन पर दक्षिण अफ्रीका के 6 विकेट गिरा दिए थे। लेकिन दूसरे दिन मुकाबला पूरी तरह बदल गया। सेनुरन मुथुसामी और विकेटकीपर काइल वर्नेन ने 236 गेंदों में 88 रन जोड़कर भारतीय गेंदबाज़ों को पस्त कर दिया। मुथुसामी ने 42 और वर्नेन ने 45 रन बनाए, और यह साझेदारी एशिया में दक्षिण अफ्रीका की सातवें विकेट के लिए दूसरी सबसे लंबी साझेदारियों में शामिल हो गई।
यानसेन ने भी जमाई तूफानी फिफ्टी
इसके बाद जैसे ही वर्नेन आउट हुए, मार्को यानसेन ने मैच का पूरा रुख बदल दिया। उन्होंने मुथुसामी के साथ सिर्फ 107 गेंदों में 97 रन की धमाकेदार साझेदारी की। मुथुसामी ने 203 गेंदों में शानदार 107 रन बनाकर अपने करियर का पहला टेस्ट शतक पूरा किया। खास बात यह है कि यह पहली बार हुआ है जब दक्षिण अफ्रीका के नंबर सात या उससे नीचे के दो खिलाड़ियों ने भारत के खिलाफ एक टेस्ट पारी में अर्धशतक लगाए हों। वहीं, यानसेन भी अर्धशतक पूरा करने के बाद शतक के करीब पहुंच गए।
भारतीय गेंदबाज़ों की हालत दिन भर खराब रही। कुलदीप यादव ने 110 रन देकर तीन विकेट लिए, जडेजा को दो विकेट मिले लेकिन वे रन रोक नहीं पाए। मोहम्मद सिराज और अन्य गेंदबाज़ भी बेअसर रहे। सिर्फ जसप्रीत बुमराह ने किफायती गेंदबाज़ी की और 63 रन देकर एक विकेट हासिल किया। दूसरी सुबह पिच फ्लैट हो गई और भारतीय स्पिनर लगभग बेअसर साबित हुए।
यह प्रदर्शन भारत की उस पुरानी समस्या को फिर सामने लाता है जिसमें टीम टेलएंडर्स को आउट करने में नाकाम रहती है। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इतनी बड़ी नाकामी शायद पहली बार देखने को मिली है। अब भारत पर भारी दबाव है कि वह इस विशाल स्कोर से कैसे उबर पाएगा और सीरीज़ में वापसी की उम्मीद कैसे जिंदा रखेगा।
