Cheteshwar Pujara: चेतेश्वर पुजारा ने हर तरह के क्रिकेट से किया संन्यास का ऐलान, 2 साल से थे टीम से बाहर

Cheteshwar pujara retirement: चेतेश्वर पुजारा ने हर तरह के क्रिकेट फॉर्म से संन्यास का ऐलान किया।
Cheteshwar Pujara Retirement: भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने हर तरह के क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। पुजारा ने एक इमोशनल पोस्ट शेयर कर फैंस को अपने फैसले की जानकारी दी। पुजारा ने अपने पोस्ट में लिखा, 'भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और हर बार मैदान पर कदम रखते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना, इसका असली मतलब शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। लेकिन जैसा कि कहते हैं, हर अच्छी चीज़ का अंत होना ही चाहिए, और अपार कृतज्ञता के साथ, मैंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है।'
पुजारा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा, 'राजकोट के छोटे से कस्बे से आने वाले एक छोटे से लड़के के रूप में, मैंने अपने माता-पिता के साथ, सितारों को छूने का लक्ष्य रखा था; और भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का सपना देखा था। मुझे तब अंदाज़ा भी नहीं था कि यह खेल मुझे इतना कुछ देगा-अमूल्य अवसर, अनुभव, उद्देश्य, प्यार, और सबसे बढ़कर अपने राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका।'
बीसीसीआई और टीम का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा: पुजारा
उन्होंने आगे लिखा, 'मैं अपने क्रिकेट करियर में मिले अवसर और समर्थन के लिए बीसीसीआई और सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं उन सभी टीमों, फ्रेंचाइज़ी और काउंटी टीमों का भी आभारी हूं जिनका मैं इतने सालों में प्रतिनिधित्व कर पाया हूं।'
2 साल से पुजारा भारतीय टीम से बाहर थे
चेतेश्वर पुजारा 2 साल से भारतीय टीम से बाहर थे। वो पिछली बार 2023 में भारत की तरफ से टेस्ट मैच में उतरे थे। तब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC Final में 14 और 27 रन की पारी खेली थी। इसके बाद से ही पुजारा भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हुए और फिर उनकी वापसी नहीं हो पाई। ये इस साल तीसरे दिग्गज का संन्यास है। इससे पहले, मई महीने में इंग्लैंड दौरे से पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। उससे पहले, दिसंबर 2024 में ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने भी हर तरह के क्रिकेट फॉर्म को अलविदा कह दिया था।
टेस्ट क्रिकेट में 19 शतक ठोके
पुजारा टेस्ट क्रिकेट में भारत के आठवें सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में रिटायर हुए। उन्होंने 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए, जिनमें 19 शतक शामिल हैं। हालांकि अपने 103 टेस्ट के करियर के अंत में आए एक खराब दौर ने उनके औसत को थोड़ा कम ज़रूर किया होगा, लेकिन राजकोट के इस शांतचित्त खिलाड़ी को, जिन्होंने बचपन में अपने पिता अरविंद की निगरानी में 3 कोठी ग्राउंड पर एक नीम के पेड़ के नीचे रोज़ाना हज़ार गेंदों का सामना किया था, को अपने आंकड़ों और इस सफर दोनों पर गर्व होगा।
Wearing the Indian jersey, singing the anthem, and trying my best each time I stepped on the field - it’s impossible to put into words what it truly meant. But as they say, all good things must come to an end, and with immense gratitude I have decided to retire from all forms of… pic.twitter.com/p8yOd5tFyT
— Cheteshwar Pujara (@cheteshwar1) August 24, 2025
उन्हें 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक पहली टेस्ट सीरीज़ जीत के हीरो के रूप में हमेशा याद किया जाएगा। उस सीरीज़ में, पुजारा ने 521 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 1258 गेंदों का सामना किया था और तीन शतक लगाए थे। उनका योगदान बेहद अहम था, जिसकी तुलना 1970-71 में वेस्टइंडीज़ में सुनील गावस्कर के 774 रनों के यादगार प्रदर्शन से की जाती है।
