ZIM vs SL: ब्रेंडन टेलर ने 4 साल बाद वनडे में उतरते ही तोड़ा विश्व रिकॉर्ड, अब बस सचिन-जयसूर्या आगे

ब्रेंडन टेलर ने रिकॉर्ड बनाया।
brendan taylor record: जिम्बाब्वे के क्रिकेटर ब्रेंडन टेलर ने इतिहास रच दिया। करीब चार साल बाद शुक्रवार को उन्होंने वनडे क्रिकेट में वापसी की। टेलर ने अपना पिछला वनडे सितंबर 2021 में आयरलैंड के खिलाफ खेला था और अब उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में जिम्बाब्वे टीम में वापसी की है। वह 21वीं सदी (1 जनवरी 2001 के बाद) में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों में सबसे लंबे वनडे करियर वाले क्रिकेटर बन गए।
ब्रेंडन टेलर ने अपना पहला वनडे 20 अप्रैल 2004 को श्रीलंका के खिलाफ बुलावायो में खेला था और अब वापसी के साथ उनका वनडे करियर 21 साल और 132 दिन का हो गया। इससे पहले सबसे लंबे वनडे करियर का ये रिकॉर्ड उनके साथी और कप्तान सीन विलियम्स के नाम था, जिनका वनडे करियर 19 साल और 300 दिन का रहा। टेलर ने इस उपलब्धि से उन्हें पीछे छोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया।
ब्रेंडन टेलर ने रचा इतिहास
टेलर का नाम अब उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गया, जिनका वनडे करियर 20 साल से भी लंबा रहा। इस लिस्ट में पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर हैं, जिनका वनडे करियर 22 साल और 91 दिन लंबा रहा। दूसरे नंबर पर श्रीलंका के सनथ जयसूर्या हैं, जिनका करियर 21 साल और 84 दिन का रहा। टेलर अब इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं।
हालांकि, टेलर की वापसी पर खुशी के बीच चिंता की खबर भी आई। विकेटकीपिंग करते हुए उन्होंने अपनी उंगली चोटिल कर ली और श्रीलंका की पारी के दूसरे ओवर में मैदान से बाहर चले गए। उनकी जगह क्लाइव मानांडे ने कीपिंग की जिम्मेदारी संभाली।
जिम्बाब्वे के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक
39 साल के ब्रेंडन टेलर जिम्बाब्वे क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद नामों में से एक हैं। उन्होंने अब तक 206 वनडे खेले हैं, जिसमें 6684 रन बनाए हैं। यह आंकड़ा उन्हें देश का दूसरा सबसे बड़ा वनडे रन-स्कोरर बनाता है। उनसे आगे केवल महान एंडी फ्लावर हैं। टेलर के नाम 11 वनडे शतक भी दर्ज हैं, जो जिम्बाब्वे के लिए सर्वाधिक हैं। टेस्ट क्रिकेट में भी उनका योगदान अहम रहा है।
उन्होंने 35 टेस्ट खेले और 2371 रन बनाए, जिसमें छह शतक और 12 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, 45 टी20 मैचों में उन्होंने 934 रन बनाए हैं। 21 साल से ज्यादा लंबे करियर में उतार-चढ़ाव देखने के बावजूद टेलर आज भी जिम्बाब्वे क्रिकेट की सबसे बड़ी ताकत हैं।
