IND vs SA: रोहित-विराट को BCCI ने दे दिया संदेश, वनडे सीरीज के बाद वनडे फ्यूचर पर होगा बड़ा फैसला

रोहित शर्मा और विराट कोहली के वनडे भविष्य को लेकर बीसीसीआई की अहम मीटिंग होने वाली।
Rohit sharma-Virat Kohli ODI Future: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज़ अभी शुरू भी नहीं हुई लेकिन असली कहानी इसके खत्म होने के बाद लिखी जाएगी। 3 मैचों के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली खुद को एक ऐसे माहौल में पाएंगे जहां बल्ले की जगह जवाबों की जरूरत होगी, उनके वनडे भविष्य पर होने वाली बंद कमरे की समीक्षा बैठक में।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तीसरे वनडे के बाद अहमदाबाद में एक अहम बैठक तय है। इसमें बीसीसीआई अधिकारी, हेड कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर शामिल होंगे। एजेंडा साफ है-2027 वनडे वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए रोहित और कोहली की भूमिका पर साफ और लॉन्ग टर्म रोडमैप बनाना।
रोहित-विराट के वनडे भविष्य पर बात
एक बोर्ड अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि रोहित और कोहली जैसे खिलाड़ियों को स्पष्टता मिलनी चाहिए कि उनसे क्या उम्मीद है और टीम मैनेजमेंट उन्हें कैसे देखता है। रोहित को पहले ही कहा गया है कि वे सिर्फ अपनी फिटनेस और परफॉर्मेंस पर ध्यान दें, और भविष्य को लेकर चल रही चर्चाओं पर किसी तरह का रिएक्शन न दें।
दोनों वरिष्ठ खिलाड़ी अब लगभग एक-फ़ॉर्मेट क्रिकेटर बन चुके हैं। इसका मतलब यह है कि वे वनडे खेलने आते हैं तो उनके बीच लंबा अंतराल होता है, जिससे उनकी लय प्रभावित होती है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल की वनडे सीरीज़ इसका उदाहरण रही, दोनों ने तीसरे मैच में रन जरूर बनाए लेकिन तब तक सीरीज़ जा चुकी थी। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, पहले दो मैचों में दोनों काफी रस्ट (अधूरे) दिखे। बोर्ड का साफ कहना है कि हर सीरीज़ में ऐसा होने की गुंजाइश नहीं है।
रोहित की बल्लेबाज़ी शैली पर भी सवाल
बैठक में रोहित शर्मा की बैटिंग एप्रोच भी चर्चा का विषय होगी। टीम मैनेजमेंट चाहता है कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के दिनों की तरह आक्रामक शुरुआत करें। ऑस्ट्रेलिया में देखा गया कि वे सामान्य से अधिक सावधान दिखे, जोखिम लेने से बचे। अब मैनेजमेंट का साफ संदेश है कि टीम के कप्तान को टॉप ऑर्डर में निडर होकर लीड करना होगा।
रोहित और कोहली को अभी भी भारत की वनडे बैटिंग के केंद्र में माना जाता है। उम्मीद यही है कि वे टीम को संभालें और युवा खिलाड़ियों के लिए रास्ता आसान करें, न कि अपनी जगह बचाने की लड़ाई लड़ें।
घरेलू क्रिकेट खेलने का दबाव
बीसीसीआई चाहेगी कि दोनों दक्षिण अफ्रीका के बाद घरेलू क्रिकेट में भी हिस्सा लें। संभव है कि उन्हें अगले महीने विजय हजारे ट्रॉफी खेलने का निर्देश मिले। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज़ और जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे होने हैं, जो भारत का अगला बड़ा 50-ओवर असाइनमेंट है।
दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ भले ही पहला पड़ाव हो, लेकिन असली परीक्षा उसके बाद शुरू होगी, जब भारत के दो सबसे बड़े सितारे और चयनकर्ताओं के बीच यह सवाल रखा जाएगा कि यह वनडे साझेदारी आगे कितनी लंबी चलेगी।
