U23 Asian Cup Qualifier: रैफरी के एक फैसले से खेल पलटा, 10 खिलाड़ियों वाले भारत को कतर ने हराया

अंडर-23 एशियन क्वालिफायर में कतर ने भारत को 2-1 से हराया।
U23 Asian Cup Qualifier: एएफसी अंडर-23 एशियन कप क्वालिफायर में भारत को मेज़बान कतर के खिलाफ 1-2 से हार का मुंह देखना पड़ा। मुकाबले का सबसे बड़ा पल वह विवादित पेनल्टी रहा, जिसने मैच का पासा पलट दिया। इस फैसले के कारण भारत को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा और आखिर में ये भारत पर भारी पड़ा।
कतर ने मैच की शुरुआत से ही दबाव बनाना शुरू किया और 18वें मिनट में अल हाशमी ने कॉर्नर से शानदार हेडर लगाकर टीम को बढ़त दिलाई। भारतीय डिफेंस गेंद को रोक नहीं पाया और गेंद सीधे नेट में जा पहुंची। शुरुआती बढ़त के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों ने हिम्मत नहीं हारी और हाफटाइम तक स्कोर 0-1 ही रहा।
कतर ने भारत को 2-1 से हराया
दूसरे हाफ में भारतीय टीम पूरे जोश और दमखम के साथ उतरी। 52वें मिनट में माकार्टन ने मिडफील्ड में गेंद छीनी और मोहम्मद सुहैल को पास दिया। गेंद बाईं विंग पर पहुंची और वहां से आए क्रॉस पर सुहैल ने बेहतरीन हेडर लगाकर गोल दाग दिया। स्कोर 1-1 होते ही भारतीय खेमे में जोश लौट आया।
विवादित पेनल्टी से खेल पलटा
लेकिन खेल का निर्णायक मोड़ 65वें मिनट में आया, जब भारत के डिफेंडर प्रेमवीर सिंह ने बॉक्स के अंदर नूर एलदीन इब्राहिम को टैकल किया। रेफरी ने पेनल्टी दे दी और प्रमवीर को दूसरा पीला कार्ड दिखाते हुए मैदान से बाहर भेज दिया। इस फैसले ने भारतीय टीम और फैन्स को हैरान कर दिया। सोशल मीडिया पर रेफरी के फैसले को लेकर गुस्सा दिखा और कई फैन्स ने आरोप लगाया कि ये फैसला मेज़बान टीम के पक्ष में लिया गया।
भारतीय डिफेंडर को बाहर भेजा
कतर के कप्तान जस्सेम अल शरशानी ने मौके का फायदा उठाते हुए पेनल्टी को गोल में बदल दिया। गोलकीपर साहिल ने सही दिशा भांपी लेकिन गेंद को रोक नहीं सके। स्कोर 2-1 होने के बाद भारत 10 खिलाड़ियों के साथ वापसी नहीं कर पाया और अंततः कतर ने जीत दर्ज कर ली।
इस जीत के साथ कतर ने ग्रुप-एच में दो मैच में 6 अंकों के साथ शीर्ष स्थान मज़बूत कर लिया है। वहीं, भारत तीन अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। बहरीन, जिसने ब्रुनेई को हराया, तीन अंकों के साथ दूसरे स्थान पर है लेकिन भारत से हेड-टू-हेड रिकॉर्ड में पीछे है। भारतीय टीम को अब अगले मैचों में बड़ी जीत की ज़रूरत होगी ताकि सुपर फोर में जगह बनाई जा सके। हालांकि, विवादित पेनल्टी लंबे समय तक इस मैच की चर्चा का केंद्र बनी रहेगी।
