पुरी में बड़ा हादसा: समंदर में पलटी नाव, सौरव गांगुली के भाई-भाभी स्पीडबोट पर थे सवार

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली और उनकी पत्नी अर्पिता गांगुली पुरी के तट पर वॉटर स्पोर्ट्स के दौरान एक बड़े हादसे में बाल-बाल बचे। यह घटना शनिवार शाम पुरी के लाइटहाउस के पास उस समय हुई, जब वे स्पीडबोट की सवारी का आनंद ले रहे थे।
कैसे हुआ हादसा ?
स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित वीडियो में देखा गया कि उनकी नाव एक विशाल लहर से टकराने के बाद संतुलन खो बैठी और पलट गई। समुद्र पहले से ही उग्र था और तेज ज्वार उठ रहा था। नाव पलटते ही स्नेहाशीष और अर्पिता समेत सभी यात्री समुद्र में गिर गए।
VIDEO | Puri, Odisha: Cricket Association of Bengal (CAB) President and brother of former Indian cricket team captain Sourav Ganguly, Snehasish Ganguly, and his wife Arpita Ganguly were safely rescued after they encountered a horror as their speedboat capsized off Puri coast.… pic.twitter.com/rWCOB4bgYm
— Press Trust of India (@PTI_News) May 26, 2025
लाइफगार्ड की सतर्कता से बची जान
घटना के तुरंत बाद तट पर तैनात लाइफगार्ड्स ने रबर फ्लोट्स की मदद से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद अर्पिता एक वीडियो जारी कर घटना के बारे में जानकरी साझा की। उन्होंने कहा, “हम भगवान की कृपा से बचे हैं। यह हादसा बेहद डरावना था। समुद्र में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को सख्ती से विनियमित करने की जरूरत है।'
सुरक्षा में लापरवाही के आरोप
अर्पिता गांगुली ने एडवेंचर स्पोर्ट्स संचालकों पर लालच और लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि "नाव केवल चार यात्रियों के साथ रवाना हुई थी, जबकि यह दस यात्रियों के लिए बनी थी। इस कारण वह असंतुलित हो गई।" उन्होंने दावा किया कि समुद्र की स्थिति खराब होने के बावजूद संचालकों ने उन्हें जबरन आश्वासन दिया कि सवारी सुरक्षित है।
प्रशासनिक अनदेखी और अवैध संचालन के आरोप
स्थानीय प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्पीडबोट एक निजी कंपनी द्वारा चलाई जा रही थी, जिसमें अप्रशिक्षित चालक दल शामिल था। आरोप है कि कंपनी ने पुरी जिला प्रशासन से आवश्यक अनुमति लिए बिना ही वॉटर स्पोर्ट्स का संचालन किया।सुरक्षा मानकों और उच्च ज्वार में संचालन से जुड़े नियमों की अनदेखी की गई।
सरकारी प्रतिक्रिया की मांग
अर्पिता ने घोषणा की है कि वह कोलकाता लौटने के बाद पुरी एसपी और ओडिशा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस क्षेत्र में ऐसी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।
फिलहाल सभी यात्री सुरक्षित हैं। हालांकि अर्पिता सदमे में हैं और उन्होंने घटना को "जीवन का सबसे भयानक अनुभव" बताया। पुरी पुलिस मामले की जांच कर रही है और वॉटर स्पोर्ट्स संचालन से जुड़े नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की संभावना है।
