SPINE PROBLEM : एमईएस सर्जरी, स्पाइन प्रॉब्लम का इफेक्टिव ट्रीटमेंट

स्पाइन प्रॉब्लम का ट्रीटमेंट
गंभीर स्पाइन प्रॉब्लम के ट्रीटमेंट में माइक्रो एंडोस्कोपिक सर्जरी काफी इफेक्टिव है। इस सर्जरी में ओपेन सर्जरी के मुकाबले समय कम लगता है और पेशेंट को जल्द ही आराम भी आ जाता है। एमईएस सर्जरी से जुड़ी कुछ जरूरी इंफॉर्मेशंस।
अत्यधिक काम, भागदौड़, गलत तरीके से उठने-बैठने के कारण कई बार हम पीठ दर्द से परेशान हो जाते हैं। लेकिन समय की कमी के कारण डॉक्टर से दिखाने की बजाय हम कोई मलहम, बाम या स्प्रे का इस्तेमाल कर लेते हैं या कोई पेनकिलर खा लेते हैं। साधारण स्थिति में तो इन उपायों से हमें आराम मिल जाता है। लेकिन जब इस तरह की परेशानी बार-बार होने लगे और दर्द पीठ से उतरकर हाथ और पैर में पहुंच जाए तो समस्या गंभीर हो सकती है। हो सकता है आपको स्पाइलन कॉर्ड यानी रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कोई परेशानी हो। ऐसी स्थिति में तुरंत स्पाइन सर्जन या न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए। पेशेंट की स्थिति को देखकर डॉक्टर ट्रीटमेंट करते हैं। दवाइयों से आराम न मिलने पर पेशेंट की सर्जरी की जाती है। जानते हैं, इस प्रॉब्लम के लक्षण, ट्रीटमेंट और सर्जरी के बारे में।
लक्षण
पीठ, गर्दन, पैर, हाथ आदि में दर्द होना और इनका सुन्न हो जाना या इनमें सुई जैसी चुभन महसूस होना रीढ़ की हड्डी में होने वाली गंभीर समस्या के लक्षण या संकेत हो सकते हैं। इन लक्षणों को पहचान कर इनका समय पर ट्रीटमेंट कराना जरूरी है।
ट्रीटमेंट
स्पाइन प्रॉब्लम का ट्रीटमेंट दवाई और सर्जरी दोनों तरह से किया जाता है। गर्दन और पीठ की परेशानी बढ़ जाने पर शुरुआती दौर में दवाइयों के द्वारा मरीज की रीढ़ की हड्डी का इलाज किया जाता है। लेकिन जब छह से बारह महीने तक दवाइयां लेने पर भी पेशेंट की स्थिति में कोई सुधार नहीं होता है या उसकी हालत पहले से ज्यादा बिगड़ जाती है। तब स्पाइन की सर्जरी की जाती है। स्पाइन प्रॉब्लम के ट्रीटमेंट के लिए सर्जरी अंतिम विकल्प होता है।
नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए, माइक्रो एंडोस्कोपिक सर्जरी के बारे में
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