Janmashtami 2025: मथुरा-द्वारका से लेकर MP-राजस्थान तक श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की भव्य धूम, मंदिरों में भक्ति और उत्साह का अद्भुत नजारा

Janmashtami 2025: मथुरा से द्वारका तक श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की भव्य धूम

भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव (श्रीकृष्ण जन्माष्टमी) पूरे देशभर में भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया गया।
Shrikrishna Janmashtami 2025: भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव (श्रीकृष्ण जन्माष्टमी) पूरे देशभर में भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया गया।। सुबह से लेकर देर रात तक मंदिरों, घरों और सार्वजनिक स्थानों पर उत्साह और भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिला। भक्त भगवान कृष्ण के प्राकट्योत्सव की खुशी में झूमते, भजन गाते और भक्ति में लीन नजर आये।
श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा में प्रकाट्य उत्सव मनाया गया। यहां 108 कमल पुष्पों से भगवान का अर्चन किया गया। इसके अलावा 105 क्विंटल पंचामृत से बालगोपाल का अभिषेक किया गया।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025 - Live Updates
Live Updates
- 17 Aug 2025 2:16 AM
देशभर में झांकियां और रासलीला
देशभर के मंदिरों में भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की झांकियां सजाईं और रासलीला का आयोजन किया। भक्तों ने भगवान को माखन, मिश्री, पंजीरी और पंचामृत का भोग लगाया।
#WATCH | Delhi: Prayers being performed at the ISKCON Temple in Dwarka on the occasion of Shri Krishna Janmashtami. pic.twitter.com/nk6rq7Du1L
— ANI (@ANI) August 16, 2025 - 17 Aug 2025 2:15 AM
दिल्ली और कोलकाता: श्रद्धालुओं की भीड़
दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मंदिर को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया गया। इसी तरह कोलकाता के इस्कॉन मंदिर में भी श्रीकृष्ण और राधा रानी की विशेष पूजा-अर्चना हुई।
#WATCH | West Bengal: Prayers being performed at the ISKCON Temple in Kolkata on the occasion of Shri Krishna Janmashtami. pic.twitter.com/f6HaPNuALr
— ANI (@ANI) August 16, 2025 - 17 Aug 2025 2:13 AM
अहमदाबाद और पटना: इस्कॉन मंदिरों में भक्ति
अहमदाबाद के इस्कॉन मंदिर में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और दूध-दही-माखन का भोग लगाया। पटना के इस्कॉन मंदिर में भी हजारों भक्तों ने बाल गोपाल की पूजा की और माखन-मिश्री का भोग लगाया।
#WATCH | Ahmedabad: Gujarat Chief Minister Bhupendra Patel participated in a special aarti at the ISKCON temple on the occasion of Shri Krishna Janmashtami. pic.twitter.com/4u69ImhWQC
— ANI (@ANI) August 16, 2025 - 17 Aug 2025 2:09 AM
द्वारका और उज्जैन: कर्मभूमि में उत्सव
गुजरात के द्वारका में श्री द्वारकाधीश मंदिर को फूलों और दीपों से सजाया गया। यहां जन्माष्टमी का उत्सव विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि है। उज्जैन के मंदिरों में भी विशेष आरती और भजन-कीर्तन हुए।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में आयोजित भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की और उत्सव में शामिल भक्तों के साथ इस पर्व की खुशियां साझा कीं। उज्जैन, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, में जन्माष्टमी का उत्सव भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। मंदिरों को फूलों और रोशनी से सजाया गया, और भजनों व कीर्तनों से माहौल भक्तिमय हो गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं और भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया
#WATCH | Ujjain, Madhya Pradesh: Chief Minister Mohan Yadav participated in the Shri Krishna Janmashtami celebrations. pic.twitter.com/qcKnUFqDlr
— ANI (@ANI) August 16, 2025 - 17 Aug 2025 2:05 AM
नाथद्वारा जन्माष्टमी उत्सव: भगवान श्रीकृष्ण को 21 तोपों की दी गई सलामी
352 साल पुरानी परंपरा: राजस्थान के नाथद्वारा स्थित श्रीनाथजी मंदिर में जन्माष्टमी पर मध्यरात्रि को भगवान श्रीकृष्ण को 21 तोपों की सलामी दी गई। यह परंपरा मेवाड़ के महाराणा राज सिंह के शासनकाल से शुरू हुई थी और लगातार निभाई जा रही है।
#WATCH | Rajasthan: A customary 21-gun salute was given to Lord Krishna at midnight, to mark his birth, on the occasion of Shri Krishna Janmashtami, at Shrinathji Temple in Nathdwara.
— ANI (@ANI) August 16, 2025
This tradition has been going on in Nathdwara for 352 years. pic.twitter.com/895xSyxD7Zभव्य सजावट: मंदिर को फूलों, रोशनी और रंग-बिरंगे सजावट से सजाया गया, जिससे ब्रज की दिव्य छटा का आभास हुआ।
विशेष आकर्षण: सलामी में दो विशेष तोपों (नर और मादा तोप) का प्रयोग हुआ। यह परंपरा भक्तों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण है।
सुरक्षा व्यवस्था: पुलिस व प्रशासन ने रिसाला चौक क्षेत्र में बैरिकेडिंग कर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया।
भक्तिमय माहौल: जन्माष्टमी के अवसर पर भजनों, कीर्तनों और "नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की" के जयकारों से मंदिर परिसर गूंज उठा।
- 17 Aug 2025 1:38 AM
जन्मभूमि पर भक्तों का सैलाब
मथुरा और वृंदावन, जहां भगवान श्रीकृष्ण का जन्म और बाल्यकाल बीता, वहां का नजारा सबसे ज्यादा मनमोहक है।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को फूलों, रंगोली और रोशनी से सजाया गया।
मध्यरात्रि में जैसे ही भगवान का जन्म हुआ, मंदिर की घंटियां गूंजी और भक्ति भजनों ने माहौल को और भक्तिमय बना दिया।
हजारों श्रद्धालु भगवान कृष्ण के दर्शन के लिए कतारों में खड़े रहे।
#WATCH | Mathura, UP | Devotees gather to celebrate the birth of Lord Krishna on the occassion of Shri Krishna Janmashtami at the Shri Krishna Janmabhoomi Temple. pic.twitter.com/7iz9AwIFCQ
— ANI (@ANI) August 16, 2025 - 16 Aug 2025 9:46 AM
जन्माष्टमी महोत्सव: भोपाल की मटकी प्रतियोगिता में 21 हजार इनाम
भोपाल में पटेल नगर स्थित इस्कॉन मंदिर में प्रदेश का सबसे बड़ा जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। यहां कोलार के स्वामी प्रभुपाद मार्ग पर विशेष अनुष्ठान होंगे। भगवान राधा गोविंद को नासिक, पुणे, मुंबई, इंदौर से मंगाए गए फूलों से बनी विशेष फ्लावर ड्रेस पहनाई जाएगी। शहर में मटकी फोड़ के आयोजन भी होंगे, जिसमें लालघाटी चौराहे पर 51 फीट और नेहरू नगर में 21 फीट की मटकी होगी। विजेताओं के लिए 21 हजार रुपये की इनाम राशि रखी गई है।
- 16 Aug 2025 9:40 AM
मुरादाबाद में जन्माष्टमी का उत्साह
मुरादाबाद की बाजारों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर खासी चहल पहल देखने को मिली। कान्हा की पोशाक, बांसुरी और मोरपंख की खरीदारी पिछली कई दिन से जोरों पर है। शुक्रवार शाम यहां खासी भीड़ रही। माता-पिता अपने बच्चों को छोटे कान्हा के रूप में सजाने के लिए विशेष पोशाक खरीद रहे हैं।
- 16 Aug 2025 9:38 AM
सांवरिया सेठ मंदिर, चित्तौड़गढ़
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर उत्सव का महौल है। सांवरिया सेठ मंदिर को फूलों से सजाया गया है। महिला मंडल की सदस्य शाम को भजन संध्या करेंगी। रात 12 बजे श्रीकृष्ण जन्मोत्सव वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मनाया जाएगा।
- 16 Aug 2025 9:35 AM
बिचला गोपाल मंदिर, नीमच
बिचला गोपाल मंदिर (नीमच) की 200 साल पुरानी परंपरा है। भगवान गोपाल का यहां अलौकिक श्रृंगार किया जाता है। शाम 7 बजे काल संध्या आरती और रात 12 बजे जन्मोत्सव धूमधाम से होगा। प्रसाद में माखन-मिश्री और पंजरी वितरित की जाएगी।


