Shani Jayanti Upay: पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए शनि जयंती पर करें ये 3 उपाय, दूर हो जाएंगे सारे कष्ट

Shani Jayanti 2025 Upay : इस साल शनि जयंती का पर्व 25 मई, रविवार को मनाया जाएगा। यह दिन वैशाख अमावस्या को आता है और शनि देव के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक परंपराओं के अनुसार, यह दिन शनि देव की पूजा, पितृ शांति और दान-पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। इस दिन किए गए कुछ विशेष उपाय करने से पितृ दोष से मुक्ति और जीवन की बाधाओं से राहत प्राप्त की जा सकती है। चलिए जानते है उन उपायों के बारे में-
1. पितरों के लिए पिंडदान और तर्पण करें
शनि जयंती वाले दिन सुबह स्नान के बाद गंगाजल मिले हुए शुद्ध जल से पितरों का तर्पण करें। इस जल में काले तिल, दूध, और कुशा अवश्य मिलाएं, यह शुभ होता है। तर्पण करते समय “ॐ श्री पितृभ्यः नमः” मंत्र का जप लगातार करें। यह उपाय पितरों को संतुष्ट करता है और पितृ दोष के प्रभाव को कम करता है।
2. ज़रूरतमंदों को भोजन कराएं
शनि जयंती के दिन जरूरतमंदों, वृद्धजनों या ब्राह्मणों को भोजन कराने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। इस दिन भोजन में तिल, काला नमक, चने की दाल, खीर, और कद्दू जैसी चीजों का उपयोग करना शुभ होता है। इस उपाय को करने से पितरों की तृप्ति होती है और शनिदेव की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
3. पीपल की पूजा और दीपदान करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। शनि जयंती वाले दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक प्रज्ज्वलित करें और उसकी सात बार परिक्रमा करें। शनि जयंती के दिन किया गया यह उपाय पितरों को शांति प्रदान करता है और घर में सुख-शांति को बढ़ावा देता है।
शनिदेव के मंत्र -
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः”
- “ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥”
प्रतिवर्ष ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर 'शनि जयंती' मनाई जाती है। यह दिन सिर्फ शनिदेव की आराधना का नहीं बल्कि पितरों को प्रसन्न करने के लिए एक अवसर भी है। साथ ही इस दिन साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव से जूझ रहे जातक भी शनिदेव की पूजा कर अपनी पीड़ा को कम कर सकते है। इस दिन किये छोटे-छोटे उपाय पितृ दोष, मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह को दूर करने में मददगार हो सकते है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।
