Shani Dhaiya 2025: शनि ढैय्या में फंसी ये 2 राशियां, जानिए कब मिलेगी राहत

Shani Dhaiya 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब शनि ग्रह किसी व्यक्ति की चंद्र राशि से चौथे या आठवें भाव में गोचर करता है, तो उसे शनि की ढैय्या कहा जाता है। यह दशा लगभग ढाई साल तक चलती है और इस अवधि में व्यक्ति को मानसिक तनाव, शारीरिक तकलीफ और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, यदि कुंडली में शनि मजबूत स्थिति में है, तो यह प्रभाव अपेक्षाकृत कम होता है। फिलहाल सिंह और धनु राशि के जातक शनि ढैय्या के प्रभाव में हैं। ऐसे में उनके लिए यह जानना जरूरी है कि उन्हें इससे कब राहत मिलेगी।
कब खत्म होगी शनि ढैय्या?
ज्योतिष गणनाओं के अनुसार, 3 जून 2027 को जब शनि मेष राशि में प्रवेश करेंगे, तब सिंह और धनु राशि वालों को शनि ढैय्या से पूरी तरह राहत मिलेगी। हालांकि, यह राहत कुछ महीनों के लिए ही होगी, क्योंकि 20 अक्टूबर 2027 को शनि पुनः मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे और दोनों राशियाँ फिर से ढैय्या की चपेट में आ जाएंगी। पूर्ण रूप से इस दशा से मुक्ति 23 फरवरी 2028 को मिलेगी, जब शनि दोबारा मेष राशि में प्रवेश करेंगे और फिर वहां लंबी अवधि तक रहेंगे। उस दिन के बाद सिंह और धनु राशि वालों को शनि की ढैय्या से स्थायी राहत मिल जाएगी।
शनि ढैय्या में कैसे बरतें सावधानी?
शनि ढैय्या के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है:
कोई भी निर्णय सोच-समझकर लें और जल्दबाजी से बचें।
दूसरों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।
कमजोर, बुज़ुर्ग और जानवरों के साथ बुरा व्यवहार न करें।
झूठ बोलने और किसी को धोखा देने से बचें।
महिलाओं का विशेष सम्मान करें, उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ न पहुँचाएं।
क्या शनि हमेशा कष्ट ही देता है?
यह जरूरी नहीं कि शनि का प्रभाव हर किसी के लिए नकारात्मक हो। यदि शनि ग्रह किसी व्यक्ति की कुंडली में उच्च भाव में स्थित है या शुभ ग्रहों के साथ है, तो यह व्यक्ति को अनुशासन, परिश्रम और सफलता का मार्ग भी दिखा सकता है। इसलिए, शनि ढैय्या के समय डरने की बजाय सतर्क रहना और अपने आचरण को सुधारना ज्यादा आवश्यक होता है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
अनिल कुमार
