Pitru Paksh 2025: पितृ पक्ष में पीपल के पेड़ की पूजा क्यों करते हैं? जानें महत्व और लाभ

Peepal Tree
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Pitru Paksh 2025: पितृ पक्ष के दौरान पीपल की पूजा का महत्व जानें। कैसे पीपल के पेड़ की पूजा से पितृ दोष दूर होते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है।

Pitru Paksh 2025: पितृ पक्ष का समय भारतीय संस्कृति में विशेष धार्मिक महत्व रखता है, और इस दौरान पीपल के पेड़ की पूजा करने की परंपरा का भी गहरा संबंध है। पितृ पक्ष के दौरान पीपल की पूजा को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं प्रचलित हैं। मान्यता है कि पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है, और इस दौरान पीपल की पूजा करने से न केवल पितृ दोष दूर होते हैं, बल्कि पितरों को मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।

पीपल का पेड़ और त्रिदेवों का वास

धार्मिक शास्त्रों में पीपल के पेड़ को अत्यंत पवित्र माना गया है। कहा जाता है कि इस पेड़ में त्रिदेव-ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) का वास होता है। यही कारण है कि पीपल की पूजा का महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि यह न केवल पितरों के लिए बल्कि देवताओं के लिए भी एक विशेष स्थान है।

पितृ दोष से मुक्ति

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पितृ पक्ष में पीपल की पूजा करने से पितृ दोष दूर होता है, जो जीवन में कई समस्याओं का कारण बनता है। पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करने से पितरों को शांति मिलती है और उनकी आत्माएं संतुष्ट होती हैं। इससे पितृ दोष का असर कम होता है और परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है।

पीपल की पूजा और मोक्ष

पितृ पक्ष के दौरान पीपल की पूजा करने से पितरों की आत्माओं को शांति मिलती है और वे मोक्ष की प्राप्ति के लिए मार्ग प्रशस्त करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पूजा पितरों की कृपा प्राप्त करने का एक शक्तिशाली तरीका है, जिससे परिवार को आशीर्वाद मिलता है और घर में खुशहाली आती है।

पीपल के पौधे को लगाना भी है शुभ

पितृ पक्ष में सिर्फ पीपल के पेड़ की पूजा ही नहीं, बल्कि पीपल का पौधा भी लगाना शुभ माना जाता है। यह न केवल पितृ दोष से मुक्ति दिलाता है, बल्कि परिवार में सुख और समृद्धि का आशीर्वाद भी प्रदान करता है।

पीपल की पूजा विधि

पीपल की पूजा का सबसे पहला और महत्वपूर्ण नियम यह है कि पीपल के पेड़ पर सूर्योदय से पहले जल और फूल अर्पित किए जाने चाहिए। इससे पूजा का प्रभाव और बढ़ जाता है। वहीं, सूर्यास्त के बाद और रविवार के दिन पीपल की पूजा से बचना चाहिए, क्योंकि इन समयों में पूजा करने से नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं।

पितृ पक्ष में पीपल की पूजा के लाभ

  • पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
  • पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।
  • धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
  • पितरों की आत्माओं को शांति मिलती है और वे मोक्ष प्राप्त करते हैं।

पितृ पक्ष के दौरान पीपल की पूजा एक महत्वपूर्ण धार्मिक कर्तव्य है, जो न केवल पितरों की संतुष्टि के लिए आवश्यक है, बल्कि परिवार के जीवन में समृद्धि और शांति लाने का भी एक मार्ग है। यह पूजा न केवल धार्मिक, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यधिक लाभकारी मानी जाती है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

अनिल कुमार


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