Ganesh Visarjan: पंचक के दौरान गणेश विसर्जन करें या नहीं?, जानें

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Ganesh Visarjan: 6 सितंबर से पंचक शुरू, जानें क्या करें, क्या न करें। क्या इस दौरान गणेश विसर्जन करना उचित है? पढ़ें सम्पूर्ण जानकारी और उपाय।
Ganesh Visarjan: पंचांग के अनुसार आज, 6 सितंबर 2025 सुबह 11:21 बजे से पंचक की शुरुआत हो गई है। जो 10 सितंबर शाम 04:03 बजे तक रहेगा। इस दौरान ज्योतिषाचार्य विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं क्योंकि यह पंचक काल अत्यंत अशुभ माना जाता है। ऐसे में आमजन के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या इस समय में गणेश विसर्जन किया जा सकता है या नहीं। यहां जानें ज्योतिषाचार्य डॉक्टर मनीष गौतम जी महाराज से।
क्या पंचक में गणेश विसर्जन कर सकते हैं?
ज्योतिषाचार्य की मानें तो पंचक के दौरान गणेश विसर्जन करना वर्जित नहीं है। विशेष रूप से जब विसर्जन की तिथि पहले से निर्धारित हो और वह पंचक में ही आ रही हो, तब गणेश विसर्जन को टालना उचित नहीं होता। भगवान गणेश की पूजा और विसर्जन में श्रद्धा और नियत ही प्रमुख मानी जाती है। ऐसे में आप पंचक के दौरान गणेश विसर्जन कर सकते हैं।
पंचक में कौन-कौन से कार्य वर्जित हैं?
- भवन निर्माण या किसी भी तरह का निर्माण कार्य शुरू करना टालना चाहिए।
- विवाह, सगाई, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य पंचक में नहीं करने चाहिए।
- दक्षिण दिशा की यात्रा इस समय अवांछनीय मानी जाती है।
- नया व्यापार, नौकरी या बड़ा आर्थिक निवेश शुरू करने से बचना चाहिए।
- लकड़ी काटना, लकड़ी से जुड़ा फर्नीचर बनाना या खरीदना अशुभ होता है।
- नया खाट, चारपाई या बिस्तर बनवाना या खरीदना वर्जित माना गया है।
- नई गाड़ी, भारी मशीन या कोई यंत्र खरीदने की सलाह नहीं दी जाती।
पंचक के दौरान करें ये उपाय
- गरीबों को अनाज, वस्त्र या धन का दान करें।
- हनुमान चालीसा, महामृत्युंजय मंत्र और शिव पंचाक्षर मंत्र का नियमित जाप करें।
- घर में दीपक जलाकर शांति पाठ या पूजा का आयोजन करें।
