Ekadashi Upay 2025: निर्जला एकादशी पर करें ये अचूक उपाय, जीवनभर होगी खुशियों की बरसात

Nirjala Ekadashi Upay 2025 : सनातन धर्म में निर्जला एकादशी व्रत को सबसे कठिन माना गया है। इस व्रत में अन्न व जल ग्रहण करने की मनाही होती है। मान्यताओं के मुताबिक, निर्जला एकादशी का व्रत करने से साधक को भगवान श्री हरि नारायण का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन के सभी पापों से मुक्ति की प्राप्ति होती है। ऐसा व्यक्ति सभी सांसारिक सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष की प्राप्ति करता है। निर्जला एकादशी के दिन तुलसी से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने से मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त की जा सकती है। साथ ही भगवान श्री हरि सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। जानते हैं निर्जला एकादशी के उपाय-
निर्जला एकादशी के उपाय -
- निर्जला एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के बाद भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें। इसके बाद मां तुलसी की पूजा करें और उन्हें श्रीफल अर्पित करें। निर्जला एकादशी के दिन ऐसा करने पर भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की कृपा पूरे परिवार पर बनी रहती है।
- भगवान विष्णु को पूजा में निर्जला एकादशी के दिन तुलसी की मंजरी अर्पित करनी चाहिए। ऐसा करने पर श्री हरि नारायण की कृपा से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। ध्यान रखें एकादशी वाले दिन तुलसी के पेड़ से मंजरी नहीं तोड़े बल्कि एक दिन पहले ही तोड़कर रख लेवें।
- निर्जला एकादशी के दिन शाम के समय तुलसी पूजा करें और घी का दीपक प्रज्ज्वलित करें। साथ ही भगवान विष्णु की आराधना करते हुए मां तुलसी के पौधे की 11 बार परिक्रमा करें। मान्यताओं के मुताबिक, इस उपाय को करने से जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
- परिवार में सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पंजीरी, पुआ, पीली मिठाई, केला व पंचामृत जैसी चीजों का भोग अर्पित करें। साथ ही मां तुलसी को भी भोग अर्पित करें। इसके पश्चात तुलसी चालीसा पाठ करें।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।
