Logo
माघ माह की अमावस्या पर का विशेष महत्व है, इस दिन लगने वाला मेला देशभर में प्रसिद्ध है। माघ के महीने में बड़ी संख्या में लोग पवित्र नदियों में स्नान करने के लिए तीर्थ यात्रा पर भी जाते हैं। इसे मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है।

(कीर्ति राजपूत)

Mauni Amavasya 2024 Date : हिन्दू पंचाग में माघ के महीने का खास महत्व होता है। इस महीने में लोग गंगा स्नान को बहुत पवित्र मानते हैं। इसी महीने की मौनी अमावस्या भी पड़ती है। दरअसल, माह महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन लोग गंगा दिन में आस्था की डुबकी लगाते हैं। जो लोग गंगा नदी तक नहीं पहुंच पाते हैं वे लोग दूसरी पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार, इस दिन पवित्र नदियों मे स्नान और दान करने से विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं मौनी अमावस्या की तिथि, उपाय और शुभ मुहूर्त भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से।

क्यों कहा जाता है मौनी अमावस्या
हिन्दू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, इस दिन मौन रहकर दान और स्नान किया जाता है। इसी कारण से इसे मौनी अमावस्या कहा जाता है। ऐसी मान्यता है इस दिन दान करने से ग्रह दोषों से भी शांति मिलती है। सुबह स्नान के बाद सूर्य को दूध और तिल का अर्घ्य दिया जाता है। आइए जानते हैं इस साल मौनी अमावस्या कब होगी और इसका क्या महत्व है।

अमावस्या तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल मौनी अमावस्या 9 फरवरी को है। यह सुबह 8 बजकर 02 मिनट से शुरू होगी और अगल दिन सुबह 4 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान को सबसे अच्छा माना जाता है। स्नान के बाद तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, वस्त्र और आंवले के दान की परंपरा है। ऐसा कहा जाता है कि इस दन पितरों को अर्घ्य दिया जाता है।

करें ये उपाय
हिन्दू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन कम से कम 11 लौंग और कपूर का हवन करना चाहिए। इसके साथ ही कनकधारा स्तोत्र का पाठ करने से आर्थिक समस्या का समाधान होता है। रात के समय एक पात्र में लाल गुलाब रखकर दीपक को जल में प्रवाहित किया जाता है। इसे दीपदान भी कहते हैं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

5379487