Rules Of Hawan : हिन्दू धर्म में हवन करने के बहुत महत्व बताए गए हैं। शास्त्रों में भी हवन का वर्णन मिलता है। हवन करने से कई शुभ लाभ मिलते हैं। सनातन धर्म के शास्त्रों में हवन करने से जुड़े नियम  बताये गए हैं। हवन करते समय इनका पालन करना जरूरी होता है। हवन करते समय आहुति कैसे देनी चाहिए? कब देनी चाहिए और इसके क्या महत्व हैं इन सभी बातों की जानकारी हमें दे रहे हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित धर्मेंद्र दुबे आइए जानते हैं।

शास्त्रों के अनुसार, व्यक्ति का सीधा हाथ सकारात्मक ऊर्जा से भरा है। सीधे हाथ की नाड़ी का प्रतिनिधित्व सूर्य करते हैं। सीधे हाथ में सूर्य का तेज और सौभग्य होता है। ऐसे में सीधे हाथ से हवन में आहुति देने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है और भाग्य का भी साथ मिलता है। ऐसा माना जाता है कि सूर्य के कारण ही सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। नकारात्मकता या फिर बुरी नजर जैसी चीजें नष्ट हो जाती हैं। यही कारण है कि सीधे हाथ से आहुति देनी चाहिए।

सीधे हाथ से आहुति देने के बारे में शास्त्रों में बताया गया है कि सीधे हाथ में मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और श्रीकृष्ण का वास होता है। ऐसे में सीधे हाथ से आहुति देने पर तीनों देवी-देवता की कृपा मिलती है। हवन करने वाले को धन लाभ के योग बनते हैं। हवन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी हवन सीधे हाथ से ही करें। 

पूजा के बाद होता है हवन
घर में कैसी भी पूजा हो हवन हमेशा पूजा करने के बाद किया जाता है। हवन करने के बारे में शास्त्रों के बताया गया है कि हम देवताओं को हवन के माध्यम से सीधे भोजन अर्पण कर रहे होते हैं।

(रुचि राजपूत)