गणेश उत्सव 2025: बप्पा के स्वागत से पहले जान लें ये जरूरी नियम, तभी मिलेगा आशीर्वाद

Ganesh Chaturthi 2025
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Ganesh Utsav: गणेश उत्सव 2025 में बप्पा का स्वागत करने से पहले जानें मूर्ति स्थापना, पूजा विधि और घर लाने के नियम। सही विधि से मिलेगा शुभ फल।

Ganesh Utsav 2025: गणेश चतुर्थी का पर्व सिर्फ एक धार्मिक अवसर नहीं, बल्कि श्रद्धा, उल्लास और शुद्ध भावनाओं से जुड़ा एक सांस्कृतिक उत्सव है। यह पर्व गणपति बप्पा के स्वागत और उनके साथ बिताए 10 दिनों की भक्ति-भावना का प्रतीक है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गणेश जी की स्थापना से पहले कुछ विशेष नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है? अगर इन बातों का ध्यान न रखा जाए, तो पूजा अधूरी मानी जाती है। यहां जानिए गणेश उत्सव के शुभ आरंभ के लिए जरूरी नियम और परंपराएं, जिनका पालन कर आप भगवान गणेश की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

घर और द्वार की सफाई और सजावट

गणपति के आगमन से पहले घर को अच्छी तरह साफ करें। विशेष रूप से उस स्थान की सफाई करें जहां गणेश जी की स्थापना करनी है। दरवाजे पर तोरण, फूल-मालाएं, और रंगोली से स्वागत की तैयारी करें।

स्थापना स्थल की विशेष सजावट

गणेश जी को जिस स्थान पर विराजमान करना है, वहां पहले कुमकुम से स्वस्तिक चिह्न बनाएं। हल्दी से चार बिंदियां लगाएं। एक मुट्ठी अक्षत (चावल) रखें। उस पर लकड़ी का बाजोट या चौकी रखें। चौकी पर पीला, केसरिया या लाल रंग का साफ वस्त्र बिछाएं।

बाजार जाने से पहले की तैयारी

गणेश प्रतिमा लाने के लिए बाजार जाते समय नवीन वस्त्र पहनें। सिर पर टोपी या साफा जरूर पहनें। एक रुमाल साथ रखें। पूजा के लिए पीतल या तांबे की थाली, या फिर लकड़ी का पाट साथ लें। घंटी या मंजीरा भी साथ रखें, ताकि घर लाते समय गणपति का स्वागत भक्ति से कर सकें।

मूर्ति चयन करते समय रखें विशेष सावधानी

बाजार में जो भी मूर्ति मन को भाए, उसे श्रद्धा से चुनें। मोलभाव न करें। यह एक आध्यात्मिक क्रिया है, सौदा नहीं। मूर्ति खरीदने से पहले उसे निमंत्रण स्वरूप दक्षिणा अर्पित करें। बप्पा को दिल से घर लाने का भाव रखें।

गणपति का शुभ प्रवेश और स्वागत

गणेश जी को घर लाते समय परिवार सहित मंगल गीत गाएं या शुभ मंत्र उच्चारित करें। घर के मुख्य द्वार पर ही सबसे पहले आरती उतारें। यह मान्यता है कि इस तरह गणपति का स्वागत करने से वे घर में स्थायी रूप से सुख और समृद्धि प्रदान करते हैं।

स्वागत के समय बजाएं भक्ति संगीत

घर लाते समय ढोल, मंजीरा, घंटी या शंख से गणपति का स्वागत करें। इस ध्वनि से वातावरण पवित्र होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

स्थापना से पहले रखें पूजा का संपूर्ण सामान

गणेश जी की स्थापना करते समय किसी भी सामग्री की कमी न हो, इसके लिए पहले से ही आरती, प्रसाद, दीपक, धूपबत्ती, फूल, अक्षत, रोली, मोदक, और नारियल जैसी सभी सामग्री एकत्र कर लें। विशेष रूप से गणेश जी की मनपसंद मिठाई (जैसे मोदक) का भोग जरूर रखें।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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