दिवाली 2025 की तारीख कंफर्म: इस बार 6 दिन चलेगा दीपोत्सव, जानिए लक्ष्मी पूजन से लेकर भाई दूज तक पूरी तिथियां

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दिवाली 2025 कब है? पंडितों ने किया कन्फ्यूजन दूर। इस बार दीपोत्सव 6 दिन तक चलेगा। जानिए धनतेरस से लेकर भाई दूज तक के त्योहारों की पूरी तिथि, लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

Diwali 2025: दिवाली 2025 की तारीख को लेकर लोगों में असमंजस बना हुआ है। कुछ लोग 20 अक्टूबर को दीपावली बता रहे हैं, तो कुछ 21 अक्टूबर को। ऐसे में आइए जानते हैं ज्योतिर्विदों के अनुसार दिवाली की सही तिथि, धन्वंतरि, धनतेसरस, लक्ष्मी-गणेश पूजन मुहूर्त और दीपोत्सव का पूरा शेड्यूल।

इस बार 6 दिन तक चलेगा दीपोत्सव

इस साल दीपोत्सव 6 दिन तक मनाया जाएगा। 18 अक्टूबर को धनवंतरी जयंती के साथ देवताओं के द्वारा निर्मित वर्ष का एकमात्र खरीदी का महामुहूर्त भी रहेगा। धनवंतरी पूजा के साथ प्रदोष व्रत भी किया जाएगा।

मां चामुंडा दरबार भोपाल के पुजारी रामजीवन दुबे ने बताया कि धनतेरस पर ब्रह्म योग और बुधादित्य योग जैसे दो शुभ योगों का संयोग बन रहा है, जो इसे और भी विशेष बना देता है। यह योग धन और भाग्य से जुड़ी बाधाओं को दूर कर सकते हैं। दुबे ने बताया कि दीपावली का शुभारंभ धनतेरस से होता है।

पंच दीपोत्सव- 6 दिन का उत्सव

  • 18 अक्टूबर: धनतेरस- धनवंतरी जयंती और प्रदोष व्रत।
  • 19 अक्टूबर: छोटी दिवाली (नरक चतुर्दशी) मनाई जाएगी।
  • 20 अक्टूबर: दीपावली- लक्ष्मी-गणेश पूजन।
  • 21 अक्टूबर: भौमवती अमावस्या।
  • 22 अक्टूबर: अन्नकूट और गोवर्धन पूजा।
  • 23 अक्टूबर: भाई दूज मनाई जाएगी।

लक्ष्मी गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त (Diwali 2025 Muhurat)

  • प्रदोष काल: शाम 5:46 बजे से रात 8:18 बजे तक
  • वृषभ काल (मुख्य पूजन समय): शाम 7:08 से 8:18 बजे तक
  • यानी लक्ष्मी पूजन का सबसे शुभ समय 1 घंटे 11 मिनट का रहेगा।

दिवाली पूजन विधि (Diwali Puja Vidhi)

देश के जाने माने कथावाचक और ज्योतिर्विद स्वामी अश्विनी महाराज दिवाली पर लक्ष्मी पूजन की बहुत ही आसान विधि बताई है।

  • पूर्व दिशा या ईशान कोण में लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाकर चौकी सजाएं।
  • चौकी पर पहले भगवान गणेश, फिर मां लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।
  • शुद्ध जल छिड़कें, संकल्प लें और एकमुखी घी का दीपक जलाएं।
  • फूल, मिठाई, चावल और सिक्के अर्पित करें।
  • गणेश और लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें, फिर आरती और शंखध्वनि करें।
  • थाल में पाँच दीपक रखकर पहले पूजन स्थल पर, फिर घर, आंगन, मंदिर और कुएं के पास दीप जलाएं।
  • पूजन के समय लाल, पीले या चमकदार वस्त्र पहनें और काले-नीले रंग से बचें।

दिवाली का महत्व (Diwali Significance)

दिवाली उस दिन मनाई जाती है जब भगवान श्रीराम लंका पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे थे। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा के साथ घरों में दीप जलाए जाते हैं। यह दिन अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने का प्रतीक माना जाता है।

धनतेरस 2025: 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा

धनतेरस के दिन धन की देवी लक्ष्मी और स्वास्थ्य के देवता धन्वंतरि की पूजा की जाती है। इस दिन सोने-चांदी के सिक्के या बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है।

पूजा का शुभ समय

  • पूजन मुहूर्त: सुबह 6:16 बजे से रात 8:16 बजे तक
  • लक्ष्मी पूजन विशेष समय: शाम 6:45 से 8:15 बजे तक

पूजन विधि

  • स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • घर में गंगाजल छिड़कें और पूजा चौकी सजाएं।
  • दीपक, फूल, मिठाई और सिक्के रखें।
  • धन्वंतरि और लक्ष्मी जी की पूजा करें, दीप जलाएं और समृद्धि की प्रार्थना करें।
  • कहा जाता है कि इस दिन के उपायों से घर में सकारात्मक ऊर्जा और धन की वृद्धि होती है।

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। HariBhoomi.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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