ब्याज दरों में कटौती, बढ़ सकती है RBI की मुश्किलें
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By - haribhoomi.com |2 Aug 2015 12:00 AM IST
रिजर्व बैंक ब्याज दर में कटौती करेगा क्योंकि खुदरा महंगाई दर अभी भी बहुत ज्यादा है।
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नई दिल्ली. भारत की आरबीआई यानि कि भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ब्याज दरों में कटौती के चलते मुश्किलों के घेरे में आ सकती है। ज्यादातर बैंकरों और विशेषज्ञों का मानना है कि खुदरा महंगाई में कोई कमी नही होने की वजह से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की परेशानी बढ़ सकती है और ब्याज दर में कटौती करना भारतीय रिजर्व बैंक के लिए मुश्किल हो सकता है।
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इस बात की उम्मीद की जा रही है कि ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए सरकार और उद्योग जगत की उम्मीदों पर खरी उतरते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दर में कटौती करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बात की बहुत ही कम उम्मीद है कि 4 अगस्त को रिजर्व बैंक ब्याज दर में कटौती करेगा क्योंकि खुदरा महंगाई दर अभी भी बहुत ज्यादा है।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) ने कहा कि आरबीआई अगस्त में यथास्थिति बरकरार रखेगा ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए दरों में और कटौती का विकल्प खुला है। उसकी उम्मीद है कि रिजर्व बैंक सितंबर तक 0.25 प्रतिशत और अंत में फरवरी में नीतिगत दर में कटौती करेगा।
भारतीय उद्योग जगत थोक महंगाई दर में गिरावट और इंडस्ट्रियल ग्रोथ में आई नरमी के कारण उम्मीद कर रहा है कि ब्याज दर में कटौती का भारतीय रिजर्व बैंक तोहफा देगी। केंद्र सरकार भी चाहती है कि बेंचमार्क रेट में कटौती की जाए ताकि ग्रोथ को रफ्तार मिल सके। एसबीआई की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा, 'मैं किसी तरह की रेट कटौती की उम्मीद नहीं कर रही हूं। थोक महंगाई दर भले ही कम हुई है लेकिन खुदरा महंगाई दर में कोई बेहतरी नहीं आई है।
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