मोदी ने प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि, विजिटर्स बुक में लिखा संदेश

मोदी ने प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि, विजिटर्स बुक में लिखा संदेश
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प्रथम विश्वयुद्ध में भारतीय जवानों ने अंग्रेजों की तरफ से लड़ाई लड़ी थी।
पेरिस. फ्रांस की यात्रा के दौरान शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र ने प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद हुए जवानों की स्मृति में बने वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही पीएम ने फ्रांस के उच्चाधिकारियों के साथ इस मेमोरियल के बारे में जानकारी ली। प्रथम विश्वयुद्ध में भारतीय जवानों ने अंग्रेजों की तरफ से लड़ाई लड़ी थी। इस विश्वयुद्ध में दस हजार भारतीय जवान भी शहीद हुए थे। प्रथम विश्वयुद्ध 1914 से 1918 के बीच लड़ा गया था। इस दौरान पीएम ने शहीदो अमर रहो के नारे लगाए। भारतीय छात्रों ने नारे लगाने में उनका जमकर साथ निभाया। मोदी वर्ल्ड वार मेमोरियल जाने वाले प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने वर्ल्ड वार मेमोरियल में विजिटर्स बुक में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर संदेश के साथ ही अपने सिग्नेचर किए।
इससे पहले मोदी फ्रांस के वित्त मंत्री के साथ टूलूज शहर में मौजूद एयरबस प्लांट पहुंचे और इसका निरीक्षण किया। ये एवियशन सेक्टर का गढ़ है। इसके बाद दोपहर में प्रधानमंत्री उत्तरी फ्रांस में मौजूद फ्रैंको इंडियन सीमेटेरी जाएंगे। शाम करीब 7.30 बजे पीएम मोदी पेरिस के लूव्र संग्रहालय भी जाएंगे। ये संग्रहालय दुनिया के सबसे बड़े संग्रहालयों में से एक है। प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए जवानों की याद में ये मेमोरियल बनाया गया है। यहां मोदी फ्रांस की ओर से युद्ध में लड़ने वाले 10 हजार भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देंगे। इस मेमोरियल का दौरा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।
कल पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलां के बीच 17 समझौते हुए और फ्रांस ने भारत में करीब 14 हजार करोड़ रुपये के निवेश का ऐलान किया है। इसमें सबसे अहम है फ्रांस से 36 लड़ाकू राफेल विमानों की खरीद का फैसला। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा, विज्ञान और तकनीक के विकास और रेलवे को लेकर कई अहम समझौते हुए। यही नहीं फ्रांस, नागपुर और पुडुचेरी समेत तीन शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग भी करेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को फ्रांस के शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की। मुलाकात का मकसद भारत में खासकर बुनियादी ढांचा और रक्षा क्षेत्र में फ्रांसिसी निवेश तथा प्रौद्योगिकी लाना है। इस बैठक में शामिल कुछ उद्योगपतियों ने पीएम मोदी को भारत में निवेश किए जाने के दौरान होने वाली परेशानियों के बारे में बतलाया।
चार दिवसीय यात्रा पर फ्रांस पहुंचे मोदी का यहां लेस इनवैलिड्स में समारोहपूर्वक स्वागत किया गया। सातवीं सदी के महल लेस इनवैलिड्स के प्रांगण में उनका स्वागत किया गया। समारोह के बाद मोदी ने फ्रांस के उन प्रमुख कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों (सीईओ) के साथ लगातार एक के बाद एक दो बैठकें की जो मुख्य रूप से बुनियादी ढांचा तथा रक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वां ओलांद ने शुक्रवार को 17 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसमें रेलवे, स्पेस रिसर्च, परमाणु ऊर्जा, विज्ञान और तकनीकी और मरीन टेक्नॉलजी के क्षेत्र में समझौते किए गए। इस दौरान भारत के राफेल फाइटर प्लेन खरीदने पर भी मुहर लग गई। दोनों देशों के शीर्ष नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम घोषणाएं भी कीं।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री के फ्रांस की कंपनियों को तेजी से वृद्धि दर्ज कर रही भारतीय अर्थव्यवस्था में प्रौद्योगिकी के लिए धन लगाने को आमंत्रित करने के बीच फ्रांस ने भारत में दो अरब यूरो (लगभग एक अरब डालर) का निवेश करने की घोषणा की। फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने सीईओ फोरम में घोषणा की कि फ्रांस, भारत में दो अरब यूरो निवेश करेगा।

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