''निकाह'' रखा था पठानकोट अटैक का कोड, आतंकी थे ''बाराती''

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By - haribhoomi.com |19 Dec 2016 6:30 PM
भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद आतंकी एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे।
नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पटानकोट एयरबेस हमले की चार्जशीट दे दी है। इसमें आतंकी मसूद अजहर समेत 4 आरोपियों के नाम बताए गए हैं। वहीं एनआइए ने ने बताया है कि आतंकवादियों ने इस हमले का कोड 'निकाह' रखा था। पठानकोट आए हमलावरों को 'बाराती' का नाम दिया गया था।
टाइम्स अॉफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एनआइए ने जैश-ए-मुहम्मद के आतंकी सरगना मसूद अजहर और तीन अन्य आतंकवादियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। 1 जनवरी 2016 को पठानकोट के एयरबेस पर हुए हमले की साजिश रचने के लिए इन चारों पर आरोप लगाए गए हैं। वहीं अब इस मामले में आतंकियों द्वारा बनाए गए इस हमले की साजिश का खुलासा हुआ है। आतंकियों ने इस हमले का कोड 'निकाह' रखा था और हमलावरों को 'बारातियों' का नाम दिया गया था।
भारतीय जवानों के शहीद होने पर बधाई दे रहे थे आतंकी-
NIA की ओर से पाकिस्तान को कई बार इस चार्जशीट पर प्रतिक्रिया देने को कहा गया था, लेकिन पाकिस्तान की ओर से कोई जवाब नहीं आया। हमले के दौरान लगातार काशिफ और उसके सहयोगियों के बीच फेसबुक पर चैटिंग हो रही थी और भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद वे एक-दूसरे को बधाई दे रहे थे। NIA के पास इस चैट का ब्योरा है। इसमें इकबाल नाम के एक शख्स ने लिखा, 'क्या कैफियत है, क्या नजारे हैं। बहुत ही उम्दा।'
फेसबुक पर पठनकोट के हाल-चाल ले रहे थे आतंकी-
एक अन्य चैट में मुहम्मज जिया ने काशिफ से पठानकोट के हालात के बारे में पूछा। इसपर काशिफ का जवाब था, 'नजारे खत्म हुए, बाराती घर गए।' NIA ने आरोप लगाया है कि आतंकवादी चाहते थे कि भारत सरकार को यह पता चले कि हमले के पीछे जैश-ए-मुहम्मद का हाथ है। आतंकवादी अपने साथ हाथ से लिखे हुए नोट्स लाए थे। इनमें से एक अंग्रेजी में था और दूसरा उर्दू में था। इसमें हमले के मकसद का खुलासा किया गया था। इस नोट में लिखा था, 'जैश-ए-मुहम्मद जिंदाबाद। तंगधार से लेकर सांबा, कठुआ, राजबाग और दिल्ली तक अफजल गुरु शहीद के जान निसार तुमको मिलते रहें। अल्लाह AGS 25-12-15'
हमले में पाकिस्तान अधिकारियों पर भी शक-
NIA की चार्जशीट में कहा गया है कि इस साजिश के पीछे 'केवल मसूद अजहर' नहीं था। NIA ने संकेत दिया है कि हमले का षड्यंत्र बनाने के पीछे पाकिस्तान अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। साथ ही, अजबर के भाई और सहयोगी अब्दुल राउफ असगर, गुजरांवाला के शाहिद लतीफ और कासिफ लतीफ का नाम भी चार्जशीट में है। हमले के बाद भारतीय सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में जो चार आतंकी मारे गए थे, उनका हैंडलर इसी काशिफ जान को बताया गया है। पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकियों की भर्ती और प्रशिक्षण के लिए शिविर लगाए गए। वहां आतंकियों को कट्टरपंथी शिक्षा देकर ना केवल उनका ब्रेन वॉश किया गया, बल्कि उन्हें भारत के खिलाफ जिहाद शुरू करने की जमकर ट्रेनिंग भी दी गई।
आतंकियों को पाकिस्तान से मिल रहे थे अॉर्डर-
लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन के सहित 4 भारतीय जवान इस हमले में शहीद हुए थे और 37 अन्य जख्मी हुए थे। भारत इस चार्जशीट का इस्तेमाल कर अजहर के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) में प्रतिबंध लगाए जाने की अपनी मांग को मजबूत करेगा। मालूम हो कि 1999 में वाजपेयी सरकार के समय हुए कंधार अपहरण कांड में अजहर को भारत ने रिहा किया था। चीन अभी तक भारत की इस मांग का विरोध करता आया है। यह चार्जशीट पंचकुला की एक अदालत में दाखिल की गई। बताया गया है कि जैश के जो आतंकवादी पठानकोट हमले को अंजाम देने आए थे, उन्हें पाकिस्तान में बैठे उनके सरगना नियंत्रित कर रहे थे। काशिफ जान टीवी चैनल्स पर पठानकोट हमले से जुड़ी खबरें देख रहा था और हमले से जुड़े अलग-अलग लोगों के साथ लगातार चैट भी कर रहा था।
मेजर' और 'अल्फा' कोडनेम भी थे शामिल-
NIA ने अपनी चार्जशीट में अजहर और उसके भाई असगर व बाकी दोषियों के खिलाफ अभियोग चलाए जाने की मांग की है। गवाहों के मुताबिक, एयरबेस पहुंचने वाले चार में से दो आतंकवादी अपने सरगनाओं के साथ फोन पर बात करते हुए 'मेजर' और 'अल्फा' कोडनेम का इस्तेमाल कर रहे थे। NIA ने चार्जशीट में बताया है कि जब आतंकवादी एयरबेस पहुंच गए, तब भी उनके आतंकी सरगना फेसबुक पर मौजूद थे। आतंकवादियों ने हमले से जुड़ी हर मिनट की खबर जानने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया।
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