संजीव देश में लाएंगे पहली बुलेट ट्रेन, जानिए इनकी पूरी कहानी

देश की पहली बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के सलाहकार संजीव सिन्हा बनाए गए हैं। 21 जनवरी 1973 को राजस्थान में जन्में संजीव सिन्हा आईआईटियन हैं। वे 20 साल से जापान में ही रहते हैं।
संजीव का परिवार आर्थिक तौर पर कमजोर था। पिता का नाम वीरेंद्र सिन्हा है, मां उषा रानी, एक भाई और है जिसका नाम राजीव सिन्हा है।
संजीव ने सीनियर सेकेंडरी स्कूल, गांधी चौक से 12वीं की। संजीव बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे। 12वीं के बाद पहली ही कोशिश में आईआईटी में चुने गए
1989 में आईआईटी के लिए चुने जाने वाले जिले के पहले लड़के बने। आईआईटी कानपुर से फिजिक्स में पांच साल का इंटीग्रेटेड एमएससी कोर्स किया। फीस चुकाने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए लोन लिया।
आईआईटी करने के बाद चले गए जापान
आईआईटी पासआउट करने के बाद जापान चले गए। वहां कई कंपनियां में काम किया। जापान में जापानी लड़की से शादी की। अब उनकी एक बेटी भी है। जिस बुलेट ट्रेन के वे सलाहकार नियुक्त किए गए हैं, वो प्रोजेक्ट साल 2023 तक पूरा होना है।
ये हाईस्पीड ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद रूट पर चलेगी। भारत की पहली बुलेट ट्रेन की स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। अहमदाबाद से मुंबई पहुंचने में इसे महज दो घंटे लगेंगे। मौजूदा समय में अहमदाबाद से मुंबई पहुंचने के लिए 7 से 8 घंटे का समय लगता है।
परियोजना पर एक लाख करोड़ खर्च
संजीव कई ग्लोबल फर्म्स के लिए काम कर चुके हैं। माना जा रहा है कि इस हाई स्पीड रेल परियोजना को पूरा करने में करीब 1 लाख करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
बता दें कि भारत में बुलेट ट्रेन लगाने में जापान की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। जापान में बुलेट ट्रेन को 'शिंकासेन' नाम से जाना जाता है। इस ट्रेन के बारे में फेमस है कि यह आज तक 60 सेकंड से भी ज्यादा लेट नहीं हुई है।
और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App
Tags
- होम
- क्रिकेट
- ई-पेपर
- वेब स्टोरीज
- मेन्यू
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS