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Subhash Chandra Bose 2022 Jayanti: जानिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से जुड़ी 10 रोचक बातें, पढ़ें अनमोल विचार भी

हर साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) यानी 26 जनवरी से पहले भारत में स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और 'जय हिंद' का नारा देने वाले सुभाष चंद्र बोस की जयंती (Subhash Chandra Bose Birthday 2022) मनाई जाती है।

Subhash Chandra Bose 2022 Jayanti: जानिए नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से जुड़ी 10 रोचक बातें, पढ़ें अनमोल विचार भी
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सुभाष चंद्र बोस की जयंती (Subhash Chandra Bose Birthday 2022)

Subhash Chandra Bose 2022 Jayanti: 23 जनवरी (23 Januar) का दिन भारत की आजादी (Freedom Of India) में एक महत्वपूर्ण दिन रहा है। हर साल गणतंत्र दिवस (Republic Day) यानी 26 जनवरी से पहले भारत में स्वतंत्रता संग्राम के महान नायक और 'जय हिंद' का नारा देने वाले सुभाष चंद्र बोस की जयंती (Subhash Chandra Bose Birthday 2022) मनाई जाती है। सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। इस बार से गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम 23 जनवरी से मनाया जाएगा। जो 24 जनवरी से शुरू हुआ करता था। उनके जन्म को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती के रूप में मनाकर उन्हें याद किया जाता है। और उन्हें श्रद्धांजलि भी दी जाती है।

इस साल भारत सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। सुभाष चंद्र बोस एक वीर सैनिक, योद्धा, महान सेनापति और कुशल राजनीतिज्ञ थे। उन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद कराने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया था और साथ ही हर भारतीय को आजादी का महत्व समझाया था। वह न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया के लिए एक प्रेरणा हैं। 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा'.... ये उनका ही नारा था, जिसने अंग्रेजों को हिलाकर रख दिया था। अंग्रेजों से लड़ने के लिए ऐसी ताकत दी, जिसे हम देशभक्ति का नाम दे सकते हैं। लेकिन आप भारत के इस महान नेता के बारे में कितना जानते हैं......

सुभाष चंद्र बोस जयंती

गणतंत्र दिवस समारोह इस साल 24 जनवरी के बजाय 23 जनवरी से शुरू होगा। जिसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती शामिल होगी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के द्वारा घोषणा की गई है।

सुभाष चंद्र बोस का इतिहास

सुभाष चंद्र बोस स्वामी विवेकानंद को अपना आध्यात्मिक गुरु मानते थे। अंग्रेजों का मुकाबला करने के लिए उन्होंने एक सैन्य रेजिमेंट यानी आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी। बोस ने एक महिला बटालियन रानी झांसी रेजिमेंट की भी स्थापना की थी। बोस ही थे जिन्होंने शुरू में महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा था। इतना ही नहीं नेताजी ने हजारों युवाओं को आजादी की लड़ाई में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपना आईसीएस पद छोड़ दिया और स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए इंग्लैंड से भारत लौट आए और देश की आजादी में बढ़ चढ़ कर भाग लिया। कहते हैं कि 21 अक्टूबर 1943 को सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज के सर्वोच्च कमांडर के रूप में स्वतंत्र भारत की एक अस्थायी सरकार बनाई। जिसे जर्मनी, जापान, फिलीपींस, कोरिया, चीन, इटली सहित 11 देशों की सरकारों द्वारा मान्यता प्राप्त थी। सुभाष उन द्वीपों में गए और उनका नाम बदल दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज का गठन किया था।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती कोट्स हिंदी (NetaJi Subhash Chandra Bose Quotes In Hindi)

1. आजादी मांगने से नहीं, छीनने से मिलेगी।

2. राजनीतिक सौदेबाजी की कूटनीति यह है कि आप जो भी हैं, उससे ज्यादा शक्तिशाली दिखें।

3. केवल पूर्ण राष्ट्रवाद, पूर्ण न्याय और निष्पक्षता के आधार पर ही भारतीय सेना का निर्माण किया जा सकता है।

4. केवल रक्त ही आजादी की कीमत चुका सकता है।

5. गुलाम लोगों के लिए आजादी की सेना में पहला सैनिक होने से बड़ा कोई गौरव, कोई सम्मान नहीं हो सकता है।

6. संघर्ष ने मुझे मनुष्य बनाया! मुझमे आत्मविश्वास उत्पन्न हुआ, जो पहले नहीं था!"

7. कष्टों का निसंदेह एक आंतरिक नैतिक मूल्य होता है।

8. मुझमें जन्मजात प्रतिभा तो नहीं थी, परन्तु कठोर परिश्रम से बचने की प्रवृति मुझमें कभी नहीं रही।

9. जीवन में प्रगति का आशय यह है की शंका संदेह उठते रहें और उनके समाधान के प्रयास का क्रम चलता रहे।

10. हम संघर्षों और उनके समाधानों द्वारा ही आगे बढ़ते हैं।

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Udbhav Tripathi

Udbhav Tripathi

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ मीडिया स्टडीज से स्नातक पूर्ण किया हूं। पढ़ाई के दौरान ही दैनिक जागरण प्रयागराज में बतौर रिपोर्टर दो माह के कार्य का अनुभव भी प्राप्त है। स्नातक पूर्ण होने के पश्चात् ही कैंपस प्लेसमेंट के द्वारा हरिभूमि में बतौर एक्सप्लेनर के रूप में कार्यरत हूँ। अध्ययन के साथ साथ ही कंटेंट राइटिंग में विशेष रुचि है।


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