वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम: प्रधानमंत्री मोदी का पूरा भाषण, कही ये बड़ी बातें

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम: प्रधानमंत्री मोदी का पूरा भाषण, कही ये बड़ी बातें
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प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के लीडर्स को एक मंंच पर आकर विश्व के विकास के बारे में सोचने का आवाह्न किया है।

मोदी: भारत में डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायनामिज्म, डेवलपमेंट एवं डेस्टिनी को एक आकार दे रहा है।

मोदी: भारत में बदलाव को भारत के लोगो ने सहर्ष स्वीकार किया है। नीतियों में बदलाव की वजह से हम एक उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं।

मोदी:70 साल के देश के इतिहास में पहली बार देश में एक एकीकृत कर व्यवस्था जीएसटी के रूप में लागू कर ली गई है। पारदर्शिता और जबावदेही बढ़ाने के लिए हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं।

मोदी: 2014 में 100 करोड़ भारतीय नें एक दल को पूर्ण बहुमत देकर केंद्र की सत्ता पर काबिज किया है। हमने सबके विकास के बारे में सोचा है न कि एक धर्म विशेष या समूह विशेष के विकास के बारे में सोचा है।

मोदी: हम भारत के लोग अपने संविधान और विभिन्नता पर गर्व करते हैं। ऐसा समाज जहां अनेक परंपरा, धर्म, भाषा, पहनावा व खाने में विभिन्नता है। जनतंत्र केवल एक राजनैतिक परंपरा नहीं है जीने का एक तरीका है। 'हमारा मकसद सबका साथ, सबका विकास' का है।

मोदी: बहुत से समाज और देश स्वकेंद्रित बन रहे हैं। ऐसा प्रतित हो रहा है की ग्लोब्लाइजेशन का मतलब अपने परिभाषा के विपरीत संकीर्ण होता जा रहा है। इस तरह की गलत अवधारणा को किसी आतंकवाद या जलवायु परिवर्तन से कम नहीं आंकना चाहिए।

मोदी: आतंकवाद सबसे बड़ी चुनौती है, इससे भी ज्यादा जब आप अच्छे आतंकवाद और बुरे आतंकवाद की परिभाषा देते हैं।

मोदी: भारतीय परंपरा में प्रकृति के साथ गहरे तालमेल के बारे में हजारों साल पहले हमारे शास्त्रों में मनुष्यमात्र को बताया गया, भूमि माता पूत्रो अहं पृथ्वीया यानी हम मनुष्य इस धरती माता के संतान हैं।

मोदी: महात्मा गांधी के ट्रस्टीशिप का सिद्धांत किसी की ज़रूरत के अनुसार चीजों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। वह किसी भी चीज का लालच के लिए इस्तेमाल करने के खिलाफ थे। आज हम अपने लालच के लिए प्रकृति का शोषण कर रहे हैं। हमें खुद से पूछने की जरूरत है कि क्या यह हमारी प्रगति या प्रतिगमान हैं?

मोदी: भारत ने हमेशा एकीकरण और एकता के मूल्यों में विश्वास किया है, 'वसुधैव कुतुंबकम' जिसका अर्थ है कि पूरी दुनिया एक परिवार है। यह दूरियां कम करने के लिए प्रासंगिक है।

मोदी: इस साल यहां का विषय 'फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड में साझा भविष्य का निर्माण' है। नई शक्तियां आर्थिक और राजनीतिक ताकत के बीच संतुलन बदल रही हैं यह दुनिया के भविष्य में बदलाव का संकेत दे रहा है विश्व शांति, स्थिरता और सुरक्षा को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना कर रहा है।

मोदी: आज डेटा सबसे बड़ी संपदा है, डेटा के ग्लोबल फ्लो से सबसे बड़े अवसर बन रहे हैं और सबसे बड़ी चुनौतियां भी।

मोदी:1997 में चिड़िया ट्वीट करती थी अब मनुष्य करते हैं। तब अगर आप इंटरनेट पर अमेजन को डालते तो केवल नदियां और जंगल की तस्वीर आती।

मोदी: 1997 में बहुत कम लोगों ने हैरी पोर्टर के बारे में सुना था। विशव के सामने शांति, सुरक्षा और स्थिरता की समस्या।

मोदी: आज हम तकनीक की दुनिया में जी रहे हैं, आज से दो दशक पहले भी दावोस दुनिया के अन्य हिस्सों से अलग था।

मोदी: दो दशकों बाद 6 गुना बढ़ी भारत की जीडीपी, दुनिया के हालात सुधारना WEF का मुख्य उदेश्य।

3.57- शुरू हुआ प्रधानमंत्री मोदी का भाषण, उद्धाटन भाषण में मोदी ने नमस्कार कहके लोगों को संबोधित किया।

3.48 - मंच पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, थोड़ी देर में शुरू होगा भाषण।

3.45 - स्विस राष्ट्रपति ने विभिन्न देशों के प्रमुखों के साथ आए विभिन्न मेहमानों को संबोधित किया।

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