चीन बोला, मालदीव मसले पर नहीं चाहता भारत के साथ एक और विवाद
चीनी मीडिया ने कहा कि मालदीव संकट को चीन भारत के साथ टकराव का एक और मसला नहीं बनाना चाहता।

चीन का कहना है कि वह मालदीव में जारी राजनीतिक संकट को सुलझाने के लिए भारत के संपर्क में है। चीन ने कहा कि वह इस मसले पर भारत के साथ एक और टकराव नहीं चाहता है।
चीन के आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि मालदीव अपने आंतरिक संकट को सुलझाने में खुद सक्षम है और किसी भी बाहरी पक्ष को इसमें दखल नहीं देना चाहिए।
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इस बीच पेइचिंग ने नई दिल्ली से भी इस मसले के हल के लिए संपर्क किया है। मालदीव के संकट को हल करने के लिए भारत की स्पेशल फोर्सेज के तैयार होने की खबरों के बाद चीन ने बाहरी दखल न दिए जाने की बात कही थी।
चीनी सूत्रों ने कहा कि मालदीव संकट को चीन भारत के साथ टकराव का एक और मसला नहीं बनाना चाहता। पिछले साल भूटान, भारत और चीन की सीमा पर स्थित डोकलाम पठार को लेकर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं।
इसके अलावा पाकिस्तान स्थित खूंखार आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कराने के भारत के प्रयास में चीनी अड़ंगे के भी संबंध तनावपूर्ण हो गए थे।
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अंतरराष्ट्रीय समुदाय को करना चाहिए संप्रभुता का सम्मान
मालदीव संकट को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि किसी बाहरी पक्ष को इस मसले में दखल नहीं देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मालदीव की संप्रभुता और स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा, मालदीव की मौजूदा स्थिति वहां का आंतरिक मामला है। इसे बातचीत के जरिए सभी संबंधित पक्षों को सही ढंग से हल करना चाहिए।'
यामीन ने अपने विशेष दूत चीन भेजा है
मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने देश के वित्त मंत्री मोहम्मद सईद को अपने विशेष दूत के तौर पर चीन भेजा है। वहीं, मालदीव के दूत के दौरे के लिए भारत की ओर से तारीख ही नहीं मिल सकती। मालदीव के सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रपति यामीन विदेश मंत्री को अपने दूत के तौर पर भेजने वाले थे।
ट्रंप और मोदी ने की फोन पर बात
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन पर बातचीत के दौरान मालदीव के राजनीतिक हालात पर चिंता जताई। वाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान की स्थिति और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
इस साल ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर हुई पहली बातचीत के बारे में वाइट हाउस ने कहा,दोनों नेताओं ने मालदीव में राजनीतिक संकट पर चिंता जताई और लोकतांत्रिक संस्थाओं तथा विधि के शासन का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया। ट्रंप ने उत्तर कोरिया और म्यांमार में रोहिंग्याओं के संकट को लेकर भी पीएम मोदी से चर्चा की।
एेसा खड़ा हुआ राजनीतिक संकट
सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद समेत 9 लोगों के खिलाफ दायर एक मामले को खारिज कर दिया था। कोर्ट ने इन नेताओं की रिहाई के आदेश भी दिए थे। मालदीव के मौजूदा राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने 15 दिन की इमरजेंसी लगा दी और चीफ जस्टिस को गिरफ्तार करवा दिया।
यामीन ने गिरफ्तारी पर सफाई दी कि चीफ जस्टिस उनके खिलाफ साजिश रच रहे थे और जांच के लिए इमरजेंसी लगाई गई है। बता दें कि अब्दुल्ला यामीन चीन के करीबी माने जाते हैं।
नशीद ने भारत से सैन्य दखल की अपील
2008 में मालदीव में लोकतंत्र की स्थापना के बाद मो. नशीद राष्ट्रपति बने थे। 2015 में उन्हें आतंकवादी विरोधी कानूनों के तहत सत्ता से बेदखल कर दिया गया था और तब से वे निर्वासित हैं। नशीद भारत के करीबी माने जाते हैं और उन्होंने राजनीतिक संकट से उबरने के लिए मालदीव में भारत से सैन्य दखल की अपील की है।
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