पश्चिम बंगाल: दुर्गापुर में RG Kar जैसा कांड, निजी मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष छात्रा से दुष्कर्म, सदमे में माता-पिता

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पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में एक एमबीबीएस छात्रा के साथ कैंपस के बाहर दुष्कर्म (Image- Grok)

पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में एक एमबीबीएस छात्रा के साथ कैंपस के बाहर दुष्कर्म। ओडिशा की पीड़िता को घसीटकर सुनसान इलाके में ले जाकर अत्याचार किया गया। माता-पिता ने सुरक्षा की कमी पर सवाल उठाए, विपक्ष ने ममता सरकार पर हमला बोला। RG Kar मामले के बाद फिर सनसनी।

Durgapur Medical College Student Rape Case: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर शहर के शोभापुर इलाके में स्थित एक प्रमुख निजी मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष की एमबीबीएस छात्रा के साथ कथित तौर पर दुष्कर्म की घटना सामने आई है। घटना शुक्रवार रात करीब 8:30 बजे की है।

सूत्रों के अनुसार, छात्रा अपने पुरुष मित्र के साथ कैंपस के बाहर खाना खाने के लिए निकली थी। कैंपस गेट के पास पहुंचते ही चार-पांच संदिग्ध व्यक्तियों ने उसे घेर लिया। जबरदस्ती करने लगे और मोबाइल छीनकर पीड़िता को घसीटकर अस्पताल परिसर के पीछे एक सुनसान इलाके में ले जाकर दुष्कर्म किया।

इस दौरान उनका मित्र भाग निकला, जिसके बाद पीड़िता ने किसी तरह मदद मांगी। पीड़िता ओडिशा के जलेश्वर जिले की रहने वाली है, जो कोलकाता से लगभग 170 किलोमीटर दूर इस कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी।

गौरतलब है कि यह अमानवीय कृत्य 2024 के आरजी कर मेडिकल कॉलेज कांड की भयावह यादें ताजा कर रहा है, जिसमें एक जूनियर डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी।

बता दें कि घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। पीड़िता को प्राथमिक उपचार और मेडिकल जांच के लिए उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने कॉलेज कर्मचारियों, पीड़िता के मित्र और अन्य गवाहों से पूछताछ तेज कर दी है।

हालांकि, अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांचकर्ता घटनाक्रम के हर पहलू की पड़ताल कर रहे हैं। पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग से सुराग मिल सकते हैं।

पीड़िता के पिता ने मीडिया से बातचीत में दर्द भरी गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि उन्हें बेटी के मित्र ने ही फोन करके घटना की जानकारी दी। "जब मैं वहां पहुंचा, तो मेरी बेटी की हालत देखकर कलेजा फट गया। अस्पताल प्रशासन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। कैंपस में सुरक्षा का नामोनिशान नहीं है। हॉस्टल दूर होने के कारण वह खाना खाने आई थी, लेकिन रात 8 से 9 बजे के बीच यह सब हो गया।"

पिता ने आगे कहा कि उन्होंने बेटी को डॉक्टर बनाने के सपने के साथ यहां दाखिला दिलाया था। "मैं न्याय चाहता हूं, ताकि कोई अन्य लड़की ऐसी यातना न झेले। कॉलेज में उचित सिक्योरिटी, लाइटिंग और गश्त की कमी ने यह अपराध को अंजाम दिया।"


इस घटना ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फ्रंट (WBDF) ने इसे "डरावना अनुस्मारक" बताते हुए कड़ी निंदा की। संगठन ने पीड़िता के लिए त्वरित न्याय की मांग की और भारत के मुख्य न्यायाधीश से स्वत: संज्ञान लेकर न्यायिक जांच के आदेश देने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य के परिसरों में महिलाएं अब सुरक्षित नहीं हैं।

विपक्षी दल भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर तीखा प्रहार किया। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "यह कानून-व्यवस्था की बार-बार विफलता ममता प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।

RG Kar मामले की तरह यहां भी पारदर्शी जांच जरूरी है। पश्चिम बंगाल महिलाओं के लिए असुरक्षित है। तृणमूल को 2026 में सत्ता से बाहर किया जाना चाहिए।" भाजपा ने राज्य सरकार से तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग की।

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया। मंत्री शशि पांजा ने कहा, "इस संवेदनशील मामले का राजनीतिकरण न करें। पुलिस जांच कर रही है। भाजपा को ओडिशा और मणिपुर के अपराधों पर बोलना चाहिए, जहां उन्होंने स्वर्ण पदक विजेता लड़कियों के विरोध को नजरअंदाज किया। बंगाल में दुकान बंद कर दें।"

यह घटना राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की कड़ी को और मजबूत करती है। जुलाई में कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में एक छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद भी सरकार विपक्ष के निशाने पर रही।

RG Kar कांड के लगभग एक साल बाद यह नया मामला स्वास्थ्य और शिक्षा संस्थानों में सुरक्षा की पुनरावलोकन की मांग को तेज कर रहा है। लोगों का मानना है कि कैंपसों में 24x7 गश्त, सीसीटीवी और जेंडर-सेंसिटिव पॉलिसी लागू करने की जरूरत है। पीड़िता के परिवार और सामाजिक संगठनों ने न्याय सुनिश्चित करने के लिए आंदोलन की चेतावनी दी है। राज्य सरकार को अब ठोस कदम उठाने होंगे वरना जनाक्रोश और भड़क सकता है।

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