World Heritage: यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में भारत की 7 नई प्राकृतिक धरोहर, मिली विश्वव्यापी पहचान

भारत की 7 नई प्राकृतिक धरोहरें यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में शामिल
UNESCO World Hritage Sites in India: भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक पहचान मिल रही है। यूनेस्को (UNESCO) ने हाल ही में भारत के 7 नए प्राकृतिक स्थलों को विश्व धरोहर की अस्थायी सूची (Tentative List) में शामिल किया है। इनमें महाराष्ट्र के पंचगनी और महाबलेश्वर के डेक्कन ट्रैप्स, आंध्र प्रदेश की तिरुमला पहाड़ियां समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थल शामिल हैं।
कुल धरोहरों की संख्या अब 69
इन 7 नए स्थलों के जुड़ने के साथ यूनेस्को की टेंटेटिव विश्व धरोहर लिस्ट में भारत के कुल 69 ऐतिहासिक स्थल हो गए। इनमें 49 सांस्कृतिक धरोहरें हैं। जबकि, 17 प्राकृतिक और 3 मिश्रित धरोहरें शामिल हैं।
यूनेस्को की टेंटेटिव लिस्ट में शामिल 7 नई धरोहर
- डेक्कन ट्रैप्स (पंचगनी और महाबलेश्वर), महाराष्ट्र
- सेंट मैरी आइलैंड क्लस्टर, कर्नाटक (उडुपी)
- मेघालयन एज गुफाएं, मेघालय (ईस्ट खासी हिल्स)
- नगा हिल ओफियोलाइट, नगालैंड (किफाइरे)
- एर्रा मट्टी डिब्बालु, आंध्र प्रदेश (विशाखापत्तनम)
- तिरुमला हिल्स, आंध्र प्रदेश (तिरुपति)
- वरकला, केरल
भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक
यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि इन स्थलों का चयन भारत की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के प्रति उसकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने इस प्रक्रिया में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए आभार व्यक्त किया।
यूनेस्को की प्रक्रिया क्या है?
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में किसी भी स्थल को स्थायी रूप से शामिल करने से पहले उसे टेंटेटिव लिस्ट में रखा जाता है। इससे उस स्थल की महत्ता, संरक्षण प्रयासों और वैश्विक पहचान को मान्यता मिलती है।
