'कांग्रेस सरकार बनी तो RSS पर लगेगा बैन': कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे ने बयान से सियासी घमासान, BJP ने दिया करारा जवाब

प्रियांक खड़गे का बड़ा ऐलान: केंद्र में कांग्रेस सरकार बनी तो RSS पर लगेगा बैन
Priyank Kharge on RSS : कर्नाटक सरकार के मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे ने सोमवार (30 जून 2025) को विवादास्पद बयान देकर सियासी हलकों में नई बहस छेड़ दी। उन्होंने कहा, कांग्रेस केंद्र की सत्ता में आई तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को देशभर में बैन किया जाएगा।
प्रियांक खड़गे ने RSS को नफरत फैलाने वाला संगठन बताया है। कहा, संघ के लोग संविधान बदलने की बात करते हैं। ऐसे संगठन की कोई जगह लोकतांत्रिक भारत में नहीं होनी चाहिए।
क्या बोले प्रियांक खड़गे?
- प्रियांक खड़गे ने कहा कि RSS समाज में नफरत और विभाजन की राजनीति कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि RSS बेरोजगारी, महंगाई, आतंकी हमलों जैसे मुद्दों पर भाजपा से सवाल क्यों नहीं पूछता? यह संगठन केवल सांप्रदायिक जहर फैला रहा है।
- प्रियांक खड़गे ने आरोप लगाया कि संघ के पास पैसा कहां से आता है, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस RSS को कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रतिबंधित करेगी।
तेजस्वी सूर्या को दिया जवाब
बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधने के बाद प्रियांक ने X (पूर्व ट्विटर) पर जवाब देते हुए बीजेपी नेतृत्व पर सवाल उठाए। कहा, बीजेपी का हाईकमान कौन है, यह बात उसके कार्यकर्ताओं को भी नहीं पता। उनके लिए सिर्फ मोदी ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पंचायत सचिव हैं।
Teju,
— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) June 30, 2025
In our party, the High Command isn’t a one-man show. It’s a structured, democratic leadership, not a personality cult. Roles are defined, decisions are deliberated and the system matters.
Now, let’s talk about your party.
Who is the BJP’s high command?
Most of your… https://t.co/rcjS2Vu6w2
प्रियांक खरगे ने तेजस्वी सूर्या को चुनौती देते हुए कहा- अगर हिम्मत है तो कहिए कि हमें RSS की जरूरत नहीं है। हम (भाजपा) सिर्फ मोदी और नड्डा के नेतृत्व में काम करेंगे।
कांग्रेस का घोषणा-पत्र और पुराना रुख
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में साफ कहा था कि वह बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर कार्रवाई करेगी] जो सांप्रदायिक हिंसा और नफरत फैलाने के आरोपी हैं। प्रियांक पहले भी कह चुके हैं कि जो संगठन कानून तोड़ेगा, शांति भंग करेगा, उस पर कार्रवाई होगी, चाहे वह कोई भी हो।
RSS पर पहले भी लगे हैं प्रतिबंध
- 1948 – महात्मा गांधी की हत्या के बाद पहली बार बैन लगा (18 महीने)
- 1975 – इमरजेंसी में इंदिरा गांधी सरकार ने बैन लगाया (2 साल)
- 1992 – बाबरी मस्जिद ढहाने के बाद 6 महीने के लिए प्रतिबंधित किया गया
भाजपा कांग्रेस में वैचारिक टकराव
आरएसएस पर दिए इस बयान से कांग्रेस-भाजपा के बीच वैचारिक टकराव तेज हो गया है। आगामी चुनावों में यह मुद्दा दोनों पार्टियों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर 'हिंदू विरोधी एजेंडा' चलाने का आरोप लगाया है। वहीं कांग्रेस इस बयान को संविधान और सामाजिक समरसता की रक्षा से जोड़कर पेश कर रही है।
