INS विक्रांत से रक्षा मंत्री ने भरी हुंकार: बोले- 'अब भारत चुप नहीं रहता, सीधे जवाब देता है'

अरब सागर की लहरों पर जब भारत के स्वदेशी युद्धपोत INS विक्रांत पर खड़े होकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले, तो पूरा देश गर्व से भर उठा। शुक्रवार को दौरे में उन्होंने नौसेना के बहादुर जवानों से मुलाकात की, उनका हौसला बढ़ाया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर शुभकामनाएं दीं। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी भी दी, कहा-"अब भारत चुप नहीं रहता, अब भारत सीधे जवाब देता है!"
राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत पर खड़े होकर कहा, “आपकी आंखों में जो दृढ़ता है, वहीं भारत की असली ताकत है। जब तक समुद्री सीमाएं आपके मजबूत हाथों में हैं, कोई भारत की ओर टेढ़ी नजर नहीं उठा सकता।” उन्होंने कहा कि इस बार की कार्रवाई महज़ वॉर्मअप थी। "अगर पाकिस्तान दोबारा कोई हरकत करेगा, तो अगली बार नौसेना ओपनिंग करेगी, और फिर अंजाम कोई नहीं जानता।"
#WATCH | Goa | Defence Minister Rajnath Singh onboard Indian Navy Ship INS Vikrant. pic.twitter.com/KCZdiFa4D2
— ANI (@ANI) May 30, 2025
उन्होंने INS विक्रांत की तैनाती को गेमचेंजर बताया और याद दिलाया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान नौसेना की आक्रामक रणनीति ने पाकिस्तानी नौसेना को तटों तक सीमित कर दिया था। भारत की मैरिटाइम डोमेन अवेयरनेस और “सतह से हवा और टारपीडो फायरिंग” ने यह साफ कर दिया कि दुश्मन को पहले ही रोकना हमारी ताकत है।
#WATCH INS विक्रांत पर के दौरे पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "...पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद, जब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, तो हमारी सशस्त्र बल ने जिस गति, गहराई और स्पष्टता के साथ कार्रवाई की, वह अद्भुत था। उसने न केवल आतंकवादियों को, बल्कि… pic.twitter.com/4D6Q47ZVot
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 30, 2025
राजनाथ सिंह ने याद दिलाया, “1971 में जब नौसेना हरकत में आई थी, पाकिस्तान दो टुकड़ों में बंट गया था। अगर इस बार विक्रांत पूरी ताकत में आता, तो शायद चार टुकड़े हो जाते।” उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान को समझ जाना चाहिए, "आतंक का खेल अब खत्म हो चुका है। हर हरकत का जवाब मिलेगा, और हर बार उसे मात खानी पड़ेगी।"
INS विक्रांत क्या है?
यह भारत का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है, जो 45 हजार टन डिस्प्लेसमेंट, 40 फाइटर जेट्स की कैपेसिटी, MiG-29K लड़ाकू विमान, ब्रह्मोस मिसाइलें, और 64 बराक मिसाइलों से लैस है। यह एक चलता-फिरता किला है, जो पाकिस्तान के कराची से ग्वादर तक खतरा बन सकता है।
