Caste Census: राहुल बोले-जातीय सच्चाई से डरती है सरकार; अंग्रेजी तरक्की की चाबी

Caste Census: राहुल बोले-जातीय सच्चाई से डरती है सरकार; अंग्रेजी तरक्की की चाबी
Rahul Gandhi on caste census: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार, 24 जुलाई को भाजपा सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार किया। नई दिल्ली के इंदिरा भवन में तेलंगाना सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण मॉडल और कार्यप्रणाली पर चर्चा करते हुए राहुल गांधी ने जाति जनगणना, 50% आरक्षण सीमा, पंचायती राज में हिस्सेदारी और अंग्रेज़ी शिक्षा जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की। कहा, ये मुद्दे भारत की सामाजिक आर्थिक दिशा तय करते हैं, लेकिन भाजपा इससे डरती है।
21वीं सदी में ही डेटा असली ताकत
राहुल गांधी ने कहा, 1950 से 1970 के दशक में तेल (क्रूड ऑयल) को काला सोना कहा जाता था, लेकिन आज डेटा (आंकड़े) असली ताकत हैं। तेलंगाना ने सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक आंकड़ों के ज़रिए जो काम किया है, वह भारत का दूसरा कोई राज्य नहीं कर सका।
LIVE: Telangana Socio-Economic Survey - Model and Methodology | Indira Bhawan, New Delhi https://t.co/86w5xuONs1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 24, 2025
जाति जनगणना सामाजिक बदलाव का औजार
राहुल गांधी ने तेलंगाना द्वारा कराई गई जाति जनगणना को 'सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक बदलाव का औज़ार' बताया। साथ ही आरोप लगाया कि भाजपा इस प्रक्रिया से डरती है, क्योंकि यह उनकी हिंदुत्व की राजनीति की नींव हिला सकती है।
50% आरक्षण की दीवार तोड़नी होगी
राहुल गांधी ने कहा, भारत सरकार दो बिंदुओं पर चुप्पी साधे बैठी है। पहला शिक्षा व नौकरियों में आरक्षण और दूसरा त्रिस्तरीय पंचायतों में आरक्षण। यह आरक्षण लागू हो गए तो हिंदुत्व के राजनीतिक ढांचे की जड़ें हिला देंगे। राहुल गांधी ने कहा, भाजपा को पता है कि अगर सही जातीय आंकड़े सार्वजनिक हो गए तो उनके पूरे वैचारिक ढांचे की सच्चाई सामने आ जाएगी।
भारत में तरक्की की चाबी अंग्रेज़ी
- राहुल गांधी ने भारत में अंग्रेज़ी भाषा की भूमिका पर भी खुलकर बात की। कहा, भारत में आज प्रगति का सबसे बड़ा निर्धारक अंग्रेज़ी शिक्षा है। हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन अंग्रेज़ी से मिलने वाले अवसर आज भी बेजोड़ हैं।
- राहुल गांधी ने गृहमंत्री अमित शाह का नाम लिए बिना कहा, कुछ भाजपा नेता अंग्रेज़ी शिक्षा को खत्म करने की बात करते हैं, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अंग्रेजी बुरी है तो फिर वह अपने बच्चों को अंग्रेज़ी मीडियम स्कूलों में क्यों पढ़ते हैं? दलित, आदिवासी और ओबीसी समुदायों को अंग्रेज़ी शिक्षा का वैसा ही अवसर क्यों नहीं दिया जा रहा जैसा अमीरों को मिल रहा है?
जातीय सच्चाई से डरती है सरकार
राहुल गांधी का आरोप है कि भाजपा कभी भी सही तरीके से जाति जनगणना नहीं करवा सकती, क्योंकि इससे समाज की वास्तविकता सामने आ जाएगी। प्रधानमंत्री ओबीसी की बात करते हैं, लेकिन असली आंकड़े सामने लाने से डरते हैं। क्योंकि सच्चाई सामने आ गई तो उनका पूरा राजनीतिक विचार ढह जाएगा।
राहुल गांधी ने लोकसभा में भी भाजपा की जातीय राजनीति, आरक्षण सीमा और शिक्षा के अवसरों में असमानता जैसे गंभीर सवाल उठाए हैं। यह भारत के समाज और राजनीति के भविष्य की दिशा तय करने वाली बहस का हिस्सा बन सकता है।
