VIDEO: शीतकालीन सत्र के बाद PM मोदी के साथ चाय पर दिखीं प्रियंका गांधी, विपक्षी सांसद भी रहे मौजूद

शीतकालीन सत्र के समापन के बाद लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आयोजित चाय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी सहित विभिन्न दलों के सांसद।
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को औपचारिक रूप से समाप्त हो गया। सत्र के समापन के बाद राजनीतिक माहौल कुछ बदला-बदला नजर आया, जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई बड़े नेता एक साथ नजर आए।
संसदीय परंपरा के तहत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सत्र के आखिरी दिन सभी सांसदों और मंत्रियों के लिए एक चाय बैठक आयोजित की। इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और अन्य वरिष्ठ नेता एक ही मंच पर दिखे।
वीडियो में साथ बैठे दिखे प्रियंका गांधी और राजनाथ सिंह
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी एक-दूसरे के बगल में बैठकर चाय पीते नजर आए। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के साथ बैठे दिखे।
#WATCH | Delhi | Lok Sabha Speaker Om Birla holds a meeting with the leaders of parties and Members of Parliament in Lok Sabha, in his Chamber in Parliament House on the conclusion of Winter Session of Parliament. Prime Minister Narendra Modi is also present at the meeting. pic.twitter.com/extCsBGoot
— ANI (@ANI) December 19, 2025
इस अनौपचारिक बैठक में कई केंद्रीय मंत्री और विपक्षी सांसद शामिल हुए। इनमें केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू, चिराग पासवान, ललन सिंह, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल शामिल थे। वहीं विपक्ष की ओर से एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी के राजीव राय और धर्मेंद्र यादव, डीएमके सांसद ए राजा भी मौजूद रहे।
अनौपचारिक चर्चा का रहा माहौल
बैठक के दौरान संसद के कामकाज, विधायी प्रक्रिया और आने वाले सत्रों को लेकर अनौपचारिक बातचीत हुई। सत्र के दौरान तीखी बहसों के बाद नेताओं का इस तरह एक साथ नजर आना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
गौरतलब है कि शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में कई अहम मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली थी। विभिन्न विधेयकों को लेकर विपक्षी दलों ने सदन में विरोध प्रदर्शन किया, नारेबाजी हुई और कई बार कार्यवाही भी बाधित करनी पड़ी।
हालांकि, सत्र के समापन के बाद आयोजित चाय समारोह में सभी दलों के नेताओं का एक साथ बैठना यह दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद संसदीय परंपराओं और आपसी संवाद को महत्व दिया जाता है।
