IIT मद्रास: ऑपरेशन सिंदूर पर NSA डोभाल का बड़ा खुलासा; कहा-हमें टारगेट पता थे

IIT मद्रास: ऑपरेशन सिंदूर पर NSA डोभाल का बड़ा खुलासा; कहा-हमें टारगेट पता थे
NSA Ajit Doval on Operation Sindoor: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर पर रिपोर्टिंग के लिए विदेशी मीडिया की कड़ी आलोचना की। कहा, कोई एक तस्वीर दिखा दे, जिसमें भारत को कोई नुकसान हुआ हो। कहीं एक शीशा तक नहीं टूटा।
NSA अजीत डोभाल शुक्रवार (11 जुलाई) को IIT मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पहली बार सार्वजनिक रूप से ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी साझा की। बताया, यह ऑपरेशन 23 मिनट में पूरा किया गया। पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जो सीमा क्षेत्र में नहीं बल्कि आंतरिक क्षेत्रों में स्थित थे।
NSA डोभाल ने यह भी कहा, हमने (भारतीय सेना ने) किसी और को नहीं मारा, एक भी टारगेट मिस नहीं हुआ। हम जानते थे कहां मारना है।
विदेशी मीडिया की आलोचना
NSA डोभाल ने विदेशी मीडिया, खासतौर पर New York Times जैसी संस्थाओं पर सवाल उठाए। कहा, आप मुझे एक भी तस्वीर दिखाइए, जिसमें भारत को नुकसान हुआ हो। कहीं एक शीशा भी टूटा हो।
उन्होंने बताया कि 10 मई से पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरों में पाकिस्तान के 13 एयरबेस जैसे सरगोधा, चकलाला, रहीम यार खान आदि की क्षति दिखती है, जबकि भारत का कोई नुकसान नहीं दिखाया गया।
तकनीकी आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
NSA डोभाल ने छात्रों को संदेश दिया कि हमें स्वदेशी तकनीक विकसित करनी होगी। खासकर, रक्षा, स्पेस और साइबर क्षेत्र में भारत को दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। हमें खुद पर भरोसा करना सीखना होगा।
छात्रों को 2047 की याद दिलाई
NSA डोभाल ने कहा कि आज से 22 साल बाद, 2047 में जब भारत अपनी आज़ादी के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब आज के युवा अपने करियर के शिखर पर होंगे। 2047 में भारत का स्वरूप तय करने की ज़िम्मेदारी आज आप सबकी है। नेतृत्व अब आपकी पीढ़ी को संभालना होगा।
भारत कोई नया राष्ट्र नहीं, एक शाश्वत सभ्यता है
- अजीत डोभाल ने छात्रों को बताया कि आप एक ऐसे देश से रह रहे हैं, जिसकी सभ्यता हज़ारों सालों से संकटग्रस्त रही है। हमारे पूर्वजों ने अपमान, अभाव और अत्याचार सहे, लेकिन राष्ट्र की अवधारणा को जीवित रखा।
- अजीत डोभाल ने कहा, भारत कोई नया राष्ट्र नहीं है, बल्कि यह हज़ारों सालों पुरानी एक जीवंत सभ्यता है जिसे बार-बार अपमानित और लहूलुहान किया गया, लेकिन फिर भी यह अस्तित्व में बनी रही।
- उन्होंने यह भी कहा कि, राष्ट्र और राज्य अलग हैं। भारत एक नया राज्य हो सकता है, लेकिन राष्ट्र के रूप में भारत सहस्राब्दियों से मौजूद है।
